चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिला स्थित मेवाड़ के सांवलिया सेठ मंदिर में मंगलवार को दीपावली के बाद पहली बार दानपात्र खोला गया। गिने गई दान राशि 7 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। 13 बोरों की गिनती जारी है। सोना-चांदी के अन्य आइट्म की गिनती होना बाकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसके बाद यह राशि 12 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगी।
प्रतिमाह चौदस को भंडारा खोला जाता है। लेकिन इस बार दीपावली के कारण दो महीने बाद दानपत्र खोला गया है। मंदिर बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी कैलाश चंद्र दाधीच ने बताया कि पूजा-अर्चना, राजभोग और आरती के बाद सांवलिया सेठ का भंडारा खोला गया है। इसमें 7 करोड़ 10 लाख 76 हजार 500 रुपये की गिनती की गई। इस मौके पर नायब तहसीलदार रामलाल मेघवाल समेत प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
सोना-चांदी की गिनती जारी: नोटों से भरे 13 बोरों के साथ सोना-चांदी के आईटमों की गिनती जारी थी। ऐसे में दानराशि 12 करोड़ पार करने की संभावना है। बता दें, मेवाड़ के साथ-साथ भगवान सांवलिया सेठ की महिमा प्रदेश के बाहर तक पहुंच चुकी हैं। मध्यप्रदेश के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र के लोग भी बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं।