जयपुर। राजस्थान में ओबीसी आऱक्षण की विसंगतियों को दूर करने की बढ़ती मांग के बीच गहलोत कैबिनेट की बैठक बुधवार 23 नवंबर को प्रस्तावित है। सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में होनी वाली बैठक में ओबीसी आरक्षण पर निर्णय हो सकता है। पिछली कैबिनेट की मीटिंग में मामले को डेफर दिया गया था। जिस पर पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
पिछली बार हुई कैबिनेट की मीटिंग में ओबीसी आऱक्षण का मुद्दा उठा था लेकिन कुछ मंत्रियों को विरोध के चलते इसे डेफर कर दिया गया था। इस पर पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने ट्ववीट कर कहा- सीएम अशोक गहलोत आखिर आप चाहते क्या है।
हरीश चौधरी ने सीएम को निशाने पर ले लिया था। आरोप है कि मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के विरोध के चलते कैबिनेट मीटिंग में मामले को डेफर कर दिया है। ओबीसी आरक्षण से जुड़े संगठन एक बार फिर बड़ी रैली का आयोजन करने की तैयारी कर रहे हैं।
हालांकि, कैबिनेट सचिवालय ने कैबिनेट मीटिंग का आधिकारिक एजेंडा जारी नहीं किया है। लेकिन माना जा रहा है कि ओबीसी आरक्षण का मुद्दा उठ सकता है। क्योंकि सचिन पायलट ने भी ओबीसी आरक्षण के बहाने सीएम अशोक गहलोत को निशाने पर ले रखा है।
सचिन पायलट ने कहा कि नियमों के तहत समस्या का समाधान करना चाहिए। पायलट ने कुछ दिन पहले टोंक जिले में मीडिया से बात करते हुए कहा कि सीएम को जनप्रतिनिधियों की मांग को स्वीकार करना चाहिए।