व्यापार महासंघ के दीपावली मिलन समारोह में एलन के डायरेक्टर राजेश माहेश्वरी का संबोधन
-दिनेश माहेश्वरी
कोटा। शहर में एयरपोर्ट और विमान सेवा चालू हो जाए कितना इन्वेस्टमेंट आ सकता है। इसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। कोटा को आद्योगिक नगरी से शिक्षा नगरी के रूप में पहचान कराने वाले कोचिंग संस्थानों ने शहर को बहुत कुछ दिया है। उनकी बदौलत ही शहर की अर्थव्यवस्था में ग्रोथ हो रही है। आज वह भी शहर को एजुकेशनल टूरिज्म के रूप में देखना चाहते हैं, लेकिन उनका यह सपना एयरपोर्ट की कमी के कारण आकर अटक जाता है।
पिछले दिनों कोटा व्यापार महासंघ के दीपावली स्नेह मिलन समारोह में कोचिंग के किंग माने जाने वाले एलन कैरियर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर राजेश माहेश्वरी ने शहर में एयरपोर्ट की कमी का मुद्दा लोक सभा स्पीकर ओम बिरला के सामने प्रमुखता से उठाया। बिरला इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। राजेश माहेश्वरी ने जो कहा उनके भाषण को हम यहां हूबहू प्रकाशित कर रहे हैं —-
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उन्होंने कहा कि खुशहाली तभी आती है जब व्यापार बढे। कोटा के बहुत से लोग व्यापार कर रहे हैं। उसमें एक पार्ट एलन भी अदा कर रही है। माहेश्वरी ने कहा की कसी भी देश की सरकार सबके लिए रोजगार डेवलप नहीं कर सकती। कोई भी सरकार आ जाये किसी भी सरकार के बस का नहीं है कि वह सबको रोजगार दे सके।
उन्होंने कहा कि हम सबकी ड्यूटी बनती है कि कुछ ऐसा कार्य करें कि हमारे यहां रोजगार डेवलप हो। मैं भी इसी दृष्टि से कार्य करने का प्रयास करता हूं कि कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार डेवलप हो पाए ।
एलन में 12000 से ज्यादा लोगों को रोजगार: उन्होंने कहा कि एलन को मैंने एक अकेले ने स्टार्ट किया था। आज उनके यहां 12000 से ज्यादा लोग कार्य कर रहे हैं। इसमें से 5 हजार लोग कोटा में हैं। उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से स्पष्ट रूप से कहा कि एलन पर बहुत इन्वेस्टमेंट आ रहा है। हम बहुत कुछ करना चाहते हैं। चाहें तो पूरे भारत में कर सकते हैं, लेकिन हमारा लगाव कोटा से है। आज हम जो भी है कोटा के बलबूते पर हैं।
एलन में 4500 करोड़ का इन्वेस्टमेंट: माहेश्वरी ने कहा कि कोटा से जैसे आपको लगाव है, वैसे हमारा भी है। हम कोटा में बहुत कुछ करना चाहते हैं। आप लोगों को पता ही है कि उदयशंकर और बोधि ट्री से हमारा टाई अप हुआ है। लगभग साढ़े चार हजार करोड़ एलन पर इन्वेस्टमेंट हो रहा है। वह इन्वेस्टमेंट हम कोटा में करना चाहते हैं। लेकिन, उसके लिए एयरपोर्ट पर आकर बात अटक जाती है।
एलन में 2 .85 लाख बच्चे: उन्होंने कहा कि अगर यहां पर एयरपोर्ट होता तो डेफिनेटली हम बहुत ज्यादा कार्य कर सकते हैं। वह करने में सबसे ज्यादा ख़ुशी हमको होगी। वैसे आज की तारीख में पूरे भारत में अगर देखा जाये तो एलन में 2 लाख 85 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं। इनमें से 1 लाख 35 हजार बच्चे कोटा में पढ़ रहे हैं।
एजुकेशनल टूरिज्म: उन्होंने कहा कि यह फिल्ड 25 से 30 हजार करोड़ बच्चों का है। शहर में हो सकता बच्चे आने से कुछ तकलीफ भी होती होगी। जब इतने बच्चे आते हैं तो पेरेंट भी आते होंगे। मैं मानता हूं कि इससे एजुकेशनल टूरिज्म डेवलपमेंट होता है।
एजुकेशनल टूरिज्म का मतलब यह है कि बच्चे यहां पढ़ाई करें तो उनके पेरेंट्स यहां मूव करें। जब पेरंट मूव करेंगे तो डेफिनटली कुछ न कुछ तो करेंगे। भविष्य में ऐसा हो तो यहां पांच से सात लाख बच्चे पढ़ सकते हैं।
कोटा में आ सकते हैं पांच लाख बच्चे: उन्होंने कहा कि हर एरिया में हम कोचिंग को डेवलप कर सकते हैं। पूरे भारत में यह 25 से 30 करोड़ स्टूडेंट का मार्केट है। भारत 135 करोड़ का देश है। अगर हम अपनी जिद पर आ जाएं और ओम जी बिरला चाहें तो कोटा में पांच लाख बच्चों को लाकर दिखा सकते हैं।