लाफ्टर शो: सुनील पॉल, प्रताप फौजदार एवं पन्या सेपट के हास्य से दर्शक हुए लोटपोट

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हंसी की फुलझड़ियों के साथ हुआ राष्ट्रीय मेला दशहरे का समापन

कोटा। राष्ट्रीय मेला दशहरा के समापन की रात गीत-संगीत और हास्य से सराबोर हुई। राष्ट्रीय मेला दशहरा 2022 का शुक्रवार को विजयश्री रंगमंच पर समापन समारोह आयोजित हुआ। इस दौरान हँसते, खिलखिलाते हुए मेला दशहरा को विदाई दी गई।

सबसे पहले हिमांशु ने अपने लतीफों से मंच पर गुदगुदी का बवंडर ला दिया। जिसमें श्रोता उड़ते नजर आए। हिमांशु बवंडर ने क्षिप्रा को माँ और चम्बल को मौसी बताते हुए कोटा का अभिनंदन किया। उन्होंने “दिल में गम हो तो खुशी की आहट अच्छी लगती है…” सुनाकर वाहवाही लूटी। उन्होंने सटीक व्यंग्य करते हुए ठहाकों से मेला परिसर गूंजा दिया। उन्होंने लड़के लड़की की तुलना करते हुए समानता का संदेश दिया।

सुनील पॉल ने सामाजिक सरोकार से जुड़े हास्य भरे मुक्तकों से गुदगुदी पैदा की। उन्होंने राजनेताओं पर छोटी छोटी पेरोडी सुनाकर खूब गुदगुदाया। सुनील ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिमिक्री करते हुए खूब गुदगुदाया। इसके साथ ही हनीसिंह, योगी आदित्यनाथ की मिमिक्री ने भी लोटपोट कर दिया। उन्होंने दिल्ली के सीएम केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए “दिल्ली की सारी दीवारों पे, मीनारों पे, चेहरा तेरा..चर्चा तेरा, पर्चा तेरा… और जनता के लिए खर्चा तेरा…” सुनाई।

प्रताप फौजदार ने हास्य से लपेटे हाजिर जवाबी वाले चुटकुलों ने हंसी से सराबोर कर दिया। उन्होंने सरदार को असरदार बताते हुए कहा कि जहाँ व्यवस्था बिगड़ती है सरदार को बुलाते हैं। फौजदार ने कटाक्ष करते हुए कहा कि 1947 में सरदार को कुर्सी दी होती तो व्यवस्था न बिगड़ी होती। उन्होंने सरदारों की शौर्य गाथा, साहस, बलिदान से रुबरु कराया। उन्होंने ‘रखे जो दार पर सर को उसे हम सरदार कहते हैं” से तालियां बजवाईं।

पन्या सेपट के नाम से मशहूर दीपक मीणा ने विभिन्न गानों की पेरोडी से लोगों को खूब हंसाया। ठेठ देसी अंदाज में सेपट ने ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने म्हारी तितरी… गीत से शुरू कर मो रफी के आदमी मुसाफिर है… इक दिन बिक जाएगा… माटी के मोल पर पेरोडी की। उन्होंने महेंद्र कपूर के गीत तेरे प्यार की तमन्ना… पर जबरदस्त कॉमेडी की। चेनलों की प्रतिस्पर्धा के बीच दूरदर्शन का महत्व समझाया। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में ‘नाथ्या’ को लेकर भी खूब गुदगुदाया।

आतिशी नजारों से रोशन हुआ आसमां
मेला समापन पर भव्य आतिशबाजी की गई तो आतिशी नजारों से आसमान रोशन हो उठा। कभी धरती से उठने वाला उल्का पिंड आसमान में रंग बिरंगी रोशनी बिखेर रहा था तो कभी इंद्रधनुषी रंगों में आसमान में रंग भर रहे थे। चकरी और अनार की रोशनी को देखकर हर कोई मोहित हो गया।

समापन समारोह का शुभारंभ कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष संदीप भाटिया, खेमकरण गुप्ता, डिजिटेक नेटवर्क के बलवीर सिंह, नदीपार युवा विकास समिति के उपाध्यक्ष नरेश सिंह राठौड़, महामंत्री दिनेश मीणा, सह मंत्री रोहित अग्रवाल, मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा, उप महापौर सोनू कुरेशी, पवन मीणा, अनिल सुवालका, इसरार मोहम्मद, अनूप कुमार, अजय सुमन, चेतना माथुर, भगवती कुमारी, आयुक्त वासुदेव मालावत, राजपाल सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अम्बालाल मीणा, अशोक त्यागी, मेला अधिकारी गजेंद्र सिंह, अतिरिक्त मेला अधिकारी प्रेमशंकर शर्मा, मेला प्रभारी प्रकाशचंद, एक्यू कुरेशी ने किया।