कोटा में पहली बार कोचिंग छात्रा मोना ने परीक्षा से पहले की एसडीपी डोनेट

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कोचिंग छात्रा मोना एसडीपी डोनेट करते हुए।

कोटा। शहर में रक्तदान व एसडीपी डोनेशन कर निरंतर मरीजों की सेवा की जा रही है, एक और तो नियमित डोनर अपनी सेवा से सहायता कर रहे वहीं दूसरी और लोगों को प्रेरणा देते युवा भी नई इबारत लिख रहे हैं। ऐसे में एक कोचिंग छात्रा मोना चौधरी ने आगे आकर एक अनुकरणीय मिसाल पेश की है। इस एसडीपी डोनेशन में टीम जीवनदाता सहयोगी की उल्लेखनीय भूमिका रही।

टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि अब तक कोटा के इतिहास में कभी किसी कोचिंग छात्रा ने एसडीपी डोनेट नहीं की थी। पहली बार नीट की तैयारी कर रही मोना चौधरी (19) बी पॉजीटिव ने एसडीपी डोनेट कर कोचिंग नगरी का गौरव बढाया है। उसने कोचिंग सिटी को केयर सिटी की पहचान दिलाने में योगदान दिया है।

पहले भी ये छात्रा कुछ माह पूर्व में स्वयं अपना ब्लड डोनेशन के लिए पहुंची थी और रक्तदान का अपना धर्म निभाकर चली गई थी। ऐसे में मोना ने आगे भी एसडीपी का नाम सुनकर इसी सेवा को करने की इच्छा जाहिर की थी। वह डॉक्टर बनने के बाद भी लोगों की सेवा करना चाहती है।

ये संस्कार उसे अपने सेवाभावी माता-पिता से मिले हैं। मोना ने बताया कि उसके माता पिता मानव सेवा के साथ जीवदया के रूप में भी काम करते हैं और निरंतर मूक प्राणियों की मदद करते हैं। ये संस्कार बचपन से ही उनमें आए हैं।

परीक्षा से पहले की एसडीपी डोनेट
गुप्ता ने बताया कि कोचिंग में मोना का एग्जाम था, ऐसे में उसके मन में संशय ये था कि कहीं शारीरिक रूप से कमजोरी कहीं एग्जाम में बाधक नहीं बन जाए। कुछ घंटो बाद ही उसे पेपर देने जाना था। लेकिन उसने अपने मन में दृढ संकल्प लिया और हौंसला रखते हुए एसडीपी डोनेट की और एग्जाम भी दिया। अमूमन लड़कियों में एसडीपी करने की प्रवृति कम ही हैं, क्योंकि कई जांच के बाद ही डोनर एसडीपी प्रोसेस के लिए परफेक्ट हो पाते हैं।

ऐसे में मोना ने सभी जांच पूरी कर एसडीपी डोनेट कर बारां निवासी मरीज कविता डांगरा माहेश्वरी, पति संजय डांगरा माहेश्वरी की जान बचाने का प्रयास किया। मरीज की प्लेटलेट बेहद कम रह गई थी। समय पर एसडीपी नहीं मिलती तो संकट पैदा हो सकता था।

मोना का किया अभिनंदन
मां भारती जन कल्याण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष दिनेश विजय, पुष्पांजलि विजय ने ब्लड बैंक पहुंचकर छात्रा मोना का अभिनंदन किया। इस अवसर पर डोनर अंकिता गुप्ता, महेन्द्र विजय, रक्तमित्र अतुल विजय, रक्तवीर राजेश गौतम उपस्थित रहे और उन्होंने मोना पर गर्व महसूस करते हुए सम्मान किया।