मुंबई। कमजोर वैश्विक रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजार शुक्रवार को गोता लगा गए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसक्स 1,093 अंक टूट गया, वहीं निफ्टी भी 347 अंक नीचे आया।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली से भी सेंसेक्स धड़ाम हो गया। इससे निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये डूबे। सेंसेक्स में लगातार तीसरे दिन गिरावट का सिलसिला कायम रहा और यह 1,093.22 अंक या 1.82 प्रतिशत लुढ़ककर 58,840.79 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 1,246.84 अंक तक गिर गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 346.55 अंक यानी 1.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,530.85 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा और अल्ट्राटेक सीमेंट में सबसे अधिक चार-चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई। इन्फोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो, टीसीएस, नेस्ले और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ केवल इंडसइंड बैंक का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट नुकसान में बंद हुए। वहीं, यूरोप के ज्यादातर बाजार गिरावट में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार भी बृहस्पतिवार को नुकसान के साथ बंद हुआ था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.32 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 91.13 डॉलर प्रति बैरल पर पंहुचा गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 1,270.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।