नई दिल्ली। गूगल (Google) की तरफ से 2000 से इंस्टैंट लोन देने वाले भारतीय ऐप को बैन कर दिया गया है। गूगल इंडिया के #SaferWithGoogle के सालाना इवेंट के दौरान इसकी जानकारी दी गई।
बता दें कि इस साल #SaferWithGoogle India का दूसरा संस्करण है, जिसमें गूगल की तरफ से दावा किया गया है कि जनवरी 2022 से अब तक यानी करीब 6 माह में अकेले 2000 से ज्यादा लोनिंग ऐप को प्रतिबंधित कर दिया गया है।दरअसल इन लोनिंग ऐप पर लंबे वक्त से नियमों के उल्लंघन के आरोप लग रहे हैं, जिसकी वजह से गूगल ने इन ऐप्स पर प्रतिबंधित लगाने की पहल शुरू की।
गूगल ने इन ऐप को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के निर्देशों और गूगल प्ले स्टोर पॉलिसी के नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया है। इंस्टैंट देने वाले कुछ ऐप पर लोगों के उत्पीड़न के आरोप लग रहे थे। इसके बाद गूगल की तरफ से सख्त कदम उठाया गया। हालांकि इन ऐप्स के चीन कनेक्शन की बात पर गूगल की तरफ से खुलकर जानकारी नहीं दी गई है।
फ्रॉड लोनिंग ऐप की जांच: बता दें कि मार्केट में कई तरह के क्लोनिंग लोनिंग ऐप मौजूद हैं, जो ग्राहकों के साथ फ्रॉड को अंजाम देते हैं. इससे बचने के लिए गूगल की तरफ से कई तरह के कदम उठाए गए हैं। गूगल ने कई बैंकों के साथ साझेदारी की है। साथ ही मशीन लर्निंग और फिजिकल वेरिफिकेशन के जरिए फ्रॉड लोन देने वाले ऐप को बैन कर रही है।