कोटा व्यापार महासंघ की 150 संस्थाओं ने जीएसटी की दरें बढ़ाने का विरोध किया

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कोटा। कोटा व्यापार महासंघ की आपातकालीन कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को छावनी स्थित एक होटल पर हुई। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि बैठक में 100 से अधिक ट्रेड एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने जीएसटी की स्लेब की दरों में बढ़ोतरी किए जाने एवं जो वस्तुएं अब तक जीएसटी के दायरे से बाहर थी, उनको भी जीएसटी के दायरे में लाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे व्यापार एवं उद्योग जगत ही नहीं आमजन भी महंगाई से प्रभावित होंगे। पहले से महंगाई से आमजन का गुजर-बसर करना भी मुश्किल हो रहा है। इस तरह का टैक्स की दरों में बढोतरी करना अनुचित है।

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रोजमर्रा की खाद्यान्न एवं आमजन की वस्तुओं को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा था और कहा था कि जीएसटी की स्लैब में टारगेट पूरा होने पर कटौती की जाएगी। अब सरकार का टारगेट 165 लाख करोड़ तक पहुंच गया है तो फिर इस तरह दरों में बढ़ोतरी क्यों की जा रही है? उन्होंने कहा कि यह सब कॉरपोरेट सेक्टर को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है, जिससे मल्टीनेशनल कंपनियों के सामने छोटे व्यापारी नहीं टिक सकेंगे।

इसके विरोध में राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर पर आंदोलन को कोटा व्यापार महासंघ पूर्ण समर्थन देगा। उन्होंने बताया कि जीएसटी की बढ़ी हुई दरों को वापस नहीं लिया जाएगा तब तक महासंघ निरंतर आंदोलनरत रहेगा। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि इस आंदोलन के तहत सोमवार को सुबह 11:00 बजे कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, वित्त मंत्री एवं जीएसटी काउंसलिंग के चेयरमैन के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।

बैठक में मुख्य रूप से यू मार्केट व्यापार संघ केनाल रोड, प्लाइवुड ओनर्स एसोसिएशन, कोटा बिल्डिंग मेंटेरियल व्यापार संघ, छावनी व्यापार संगठन, भामाशाह मंडी मेन रोड व्यापार संघ, न्यू क्लॉथ मार्केट व्यापार संघ, व्यापार संघ फर्नीचर मार्केट शॉपिंग सेंटर, भीममण्डी व्यापार संघ, कृषि यंत्र निर्माता संघ, शॉपिंग सेंटर व्यापार संघ, पुरानी सब्जी मंडी व्यापार संघ, अग्रसेन बाजार व्यापार संघ, एग्रीकल्चर पम्प एंड मशीनरी डीलर्स एसोसिएशन, शिवपुरा हनुमान नगर व्यापारी समिति,कोटा कांटेक्टर एसोसिएशन सहित कई संस्थाओं के पदाधिकारी एव महासंघ की कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद थे ।