मनी लॉन्ड्रिंग केस: मंत्री सत्येंद्र जैन और सहयोगियों के ठिकानों पर ईडी का छापा

0
281

नई दिल्ली। दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर ईडी की ने छापा मारा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई स्थानों पर यह कार्रवाई चल रही है। बताया जा रहा है कि कम से कम 10 आवासीय और व्यावसायिक स्थानों पर ईडी की टीम की कार्रवाई चल रही है। जैन को ईडी ने 30 मई को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था, फिलहाल जैन न्यायिक हिरासत में हैं।

जमानत याचिका पर सुनवाई में मंगलवार सुबह ईडी की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसबी राजू और सत्येंद्र की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता हरिहरन ने पक्ष रखा था। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया। याचिका 9 जून को दी दाखिल की गई थी। इस पर फैसला शनिवार को आएगा।

मंगलवार सुबह 11 बजे सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर सुनवाई शुरू हुई। प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसबी राजू और सत्येंद्र जैन की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता हरिहरन ने अपना पक्ष रखा। दोनों पक्षों को सुनने के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया। यह याचिका 9 जून को दी दाखिल की गई थी।

कभी आम आदमी पार्टी का हिस्सा रहे कवि कुमार विश्वास ने जैन की याददाश्त जाने पर ट्वीट किया, भारत रत्न। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तंज कसा। ठाकुर ने सीएम अरविंद केजरीवाल से पूछा, ऐसे व्यक्ति को उन्होंने मंत्रिमंडल में कैसे बना रखा है। केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि हिमाचल के प्रभारी के रूप में जैन लोगों को कैसे याद रखते हैं। 30 मई को गिरफ्तार किए गए जैन अभी न्यायिक हिरासत में हैं।

ईडी ने अदालत में कहा कि सत्येंद्र जैन कोरोना के कारण याददाश्त जाने का दावा कर रहे हैं। ईडी के अनुसार जैन ने यह दावा तब किया, जब उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस के दस्तावेज दिखाकर सवाल पूछे गए।

जैन को बचाने की कवायद: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने सत्येंद्र जैन पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष हवाला दस्तावेजों के साथ पेश होने पर आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येन्द्र जैन द्वारा ढोंग करना कि कोविड के कारण उन्होंने याददाश्त खो दी। पूरी तरह से अपने साथ-साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल को बचाने की प्रक्रिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल की आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी हैं जो असंतुलित याददाश्त वाले व्यक्ति को मंत्री पद पर रखा हुआ है। प्रदेश काग्रेस मांग करती है कि केजरीवाल तुरंत प्रभाव से सत्येन्द्र जैन को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करें।