कोटा। दी एसएसआई एसोसिएशन की ओर से आज पुरुषार्थ भवन पर पुलिस प्रशासन का सम्मान समारोह एवं कानून व्यवस्था पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमण एवं असामाजिक तत्वों द्वारा आए दिन की जा रही वारदातों का ब्यौरा दिया। इन पर अंकुश लगाया जाना आवश्यक है ।
एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं सलाहकार अशोक माहेश्वरी ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन यातायात जाम होता रहता है। क्योंकि भामाशाह मंडी औद्योगिक क्षेत्र से सटी हुई है, जिससे यातायात का भारी दबाव बना रहता है। इसके अलावा क्षेत्र में जगह-जगह क्रेन, मेटाडोर, ट्रक एवं जेसीबी मशीनें अव्यवस्थित रूप से सड़कों पर खड़ी रहती है। इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि इस क्षेत्र का यातायात सुगम हो सके।
उन्होंने पुलिस प्रशासन द्वारा कोटा के परिधि जैन हत्याकांड सहित कई बड़े अपराधो का पर्दाफाश किए जाने पर पुलिस प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने व्यापार महासंघ और उसकी 150 संस्थाओं को निर्देश किए कि वह अपनी दुकानों के आगे 3 फुट के टिन शेड ही रखे, जिसकी सहमति प्रशासन से पूर्व में ली जा चुकी है। शहर में कई संस्थाओं द्वारा पार्किंग भी संचालित की जा रही है, महासंघ ऐसे कार्यों में हमेशा जन सहभागिता निभाता रहता है।
एसोसियेशन के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के जमावड़े की वजह से आए दिनफैक्ट्रियों में चोरियों की घटनाएं हो रही हैं। पुलिस प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाए।
पुलिस अधिकारियों ने सभी समस्याओं को उचित समाधान निकालने के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुलिस प्रशासन की जो टीम शहर में लगी हुई है, वह पूरी तरह से सजग प्रहरी के रूप में कार्य का रही है। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन द्वारा पूर्व में 35 सीपीओ लगाए गए थे, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली संतोषजनक नहीं रही।
शहर पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने कहा कि कोटा शहर राज्य के बड़े शहरों में गिना जाता है, जहां 16 लाख की आबादी निवास करती है। साथ ही यह देश का प्रमुख कोचिंग एवं शैक्षणिक नगरी एवं औद्योगिक क्षेत्र के रूप में प्रमुख केंद्र है।
हमारे पास मात्र 2350 पुलिसकर्मियों का स्टाफ है। जिस पर भी हमारा प्रयास रहता है कि शहर की सभी व्यवस्थाएं सफलतापूर्वक चलती रहें। शहर में अमन, चैन, शांति, सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था को देखते हुए जनसहभागिता से ही इन समस्याओं पर पूर्णतया अंकुश लगाया जा सकता है।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन एवं राजेश मील ने कहा कि हम लोग मिलकर प्रयास कर रहे हैं कि शहर में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बनी रहे। अपराध तो होते हैं, लेकिन हम अपराधी को तुरंत गिरफ्तार कर उन पर पूर्णतया अंकुश लगाने का प्रयास कर रहे हैं।