मोबाइल- लैपटॉप में पोर्न कंटेंट देखा तो अब आपकी खैर नहीं, पुलिस की नजर आप पर

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जयपुर। अगर आप चोरी छिपे अकेले में अपने मोबाइल पर पोर्न मूवीज देखते हैं तो अब सावधान हो जाएं। आपकी यह चोरी पकड़ी जाएगी, राजस्थान पुलिस की नजर प्रदेश के सभी लोगों पर है। इंटरनेट के जरिए सर्च इंजन पर ,जो भी कंटेंट सर्च कर रहे हैं। उसके बारे में पुलिस को सब पता है। राजस्थान पुलिस ने एक खास सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसके जरिए अश्लील फिल्में यानी पोर्न मूवीज देखने वाले पकड़े जाएंगे।

अपने मोबाइल, लेपटॉप या कम्प्यूटर पर पोर्न से जुड़े कोई भी कंटेंट सर्च करते ही पुलिस के पास मैसेज पहुंच जाएगा। उस आईपी एड्रेस का पता चल जाएगा। आईपी एड्रेस के अनुसार पुलिस उसके घर तक जाएगी। पहले तो पुलिस ऐसे लोगों को समझाने का प्रयास करेगी, लेकिन दूसरी बार पकड़े गए, तो मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया जाएगा।

चाइल्ड पोर्न को रोकने की पहल
राजस्थान पुलिस ने चाइल्ड पोर्न को रोकने के लिए एक विशेष पहल की है। इसके लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर सायबर डोम तैयार किया गया है, जिसके जरिए चाइल्ड पोर्न सर्च करने वालों, देखने वालों और डाउनलोड करने वालों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। चाइल्ड पोर्न का इस्तेमाल काफी बढ गया है, अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया ,तो आने वाले समय में परिवारों के सामने विकट परिस्थितियां बनने की आशंकाएं हैं।

चाइल्ड पोर्न देखने पर 7 साल तक की सजा
मोबाइल में पोर्न वीडियो, फोटो देखना, रखना और वायरल करना सायबर क्राइम के अंतर्गत आता है। सायबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी के मुताबिक आईटी एक्ट की धारा 67, 67ए और 67बी के तहत पुलिस को कार्रवाई करने का अधिकार है। धारा 67 ए के तहत मोबाइल या लेपटॉप में अश्लील वीडियो रखने, देखने और वायरल करने के दोषी पाए जाने पर पहली बार पकड़ जाने के दौरान 5 साल की सजा और 10 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। अगर दूसरी बार पकड़े गए तो 7 साल की सजा और 10 लाख रुपए जुर्माना भरना पड़ेगा।

आईटी एक्ट की धारा 67बी चाइल्ड पोर्न से जुड़ी है। किसी भी मोबाइल धारक के पास चाइल्ड पोर्न पाया जाता है तो पहली बार पकड़े जाने पर 5 साल की सजा और 10 लाख रुपए का जुर्माना देना होगा। दूसरी बार पकड़े जाने पर 7 साल की सजा और 10 लाख रुपए जुर्माना भरना होगा।