रामगंजमंडी स्टेशन की सूरत अब जल्द बदलेगी, 2.40 करोड़ रुपए का प्लान स्वीकृत

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कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से जल्द ही रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन की सूरत बदलने का काम प्रारंभ हो जाएगा। इस कार्य को करने में आ रही अंतिम बाधा दूर होना प्रारंभ हो गई। सर्कुलेटिंग एरिया में बने पुराने आबकारी भवन को नगर पालिका ने ध्वस्त करना शुरू कर दिया है।

लोक सभा अध्यक्ष बिरला ने रामगंजमंडी स्टेशन पर विभिन्न प्रकार के विकास कार्य करवाने के लिए करीब 2.40 करोड़ रुपए का प्लान स्वीकृत करवाया था। रेलवे ने इस दिशा में काफी कार्यवाही भी कर ली थी। लेकिन सर्कुलेटिंग एरिया में बने पुराने आबकारी भवन के कारण मामला अटक गया। राज्य सरकार के स्तर से इसको तोड़ने में स्वीकृति मिलने में काफी समय लगा। लेकिन अब स्वीकृति मिलने के बाद सोमवार से नगर पालिका रामगंजमंडी ने इस पुराने और जर्जर भवन को गिराने का काम शुरू कर दिया है। इस भवन के ध्वस्त होने के तुरंत बाद रेलवे सर्कुलेटिंग एरिया में विकास कार्य प्रारंभ कर देगी।

जानकारी के अनुसार नई प्लानिंग में सर्कुलेटिंग एरिया को चैड़ा किया जाएगा। इसके लिए सर्कुलेटिंग एरिया में बने रेलवे के क्वाटर्स को भी तोड़ा जाएगा। इन क्वाटर्स की जगह नए क्वाटर बनाने का काम शुरू हो गया है। इनके बनते ही रेल कर्मचारियों को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद विकास कार्यों के दौरान पार्किंग का विस्तार किया जाएगा, जिससे वहां अधिक वाहन खड़े हो सकेंगे। रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार की चैड़ाई भी बढ़ाई जाएगी।

मिलेगी एसी वेटिंग हाॅल की सुविधा
रेलवे प्लेटफार्म पर भी यात्रियों के लिए वातानाकुलित प्रतिक्षालय बनाया जाएगा। स्टेशन पर यात्रियों के लिए पेयजन सुविधाओं में सुधार किया जाएगा। साथ ही यात्रियों के लिए कवर्ड शेड बनाकर उनके बैठने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी। इस काम को अगले वर्ष 30 जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

फुटओवर ब्रिज की लंबाई भी बढ़ेगी
रामगंजमंडी क्षेत्र के लोगों की मांग पर स्पीकर बिरला ने फुट ओवर ब्रिज की लंबाई बढ़वाने का कार्य भी स्वीकृत करवाया है। अब यह फुटओवर ब्रिज सर्कुलेटिंग प्लेटफार्म नंबर 1 के बाहर सर्कुलेटिंग एरिया में उतरेगा। इससे लोगों के लिए प्लेटफार्म पर जाए बिना इस पार से उस पार जाना संभव हो जाएगा। पूर्व में यह सुविधा नहीं होने के कारण लोग प्लेटफार्म पर होकर जाते थे। ऐसे में रेल अधिकारी उन पर जुर्माना कर देते थे। इस कार्य के टेंडर अंतिम चरण में हैं। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह काम इस वर्ष के अंत तक पूरी होने की संभावना है।