नई दिल्ली। मूडीज ने गुरुवार को चालू वर्ष के लिए भारत के वृद्धि अनुमान को घटाकर 9.1 फीसदी कर दिया, जो पहले 9.5 फीसदी था। मूडीज ने कहा कि ईंधन महंगा होने और उर्वरक आयात बिल बढ़ने से सरकार का पूंजीगत व्यय सीमित हो सकता है।
रेटिंग एजेंसी ने अपने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2022-23 में कहा कि भारत की वृद्धि दर 2023 में 5.4 प्रतिशत रह सकती है। इस रिपोर्ट में कहा गया कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से वैश्विक आर्थिक वृद्धि को नुकसान हो सकता है।
मूडीज ने कहा कि भारत खासतौर से तेल की अधिक कीमतों के प्रति संवेदनशील है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि चूंकि भारत में अनाज का उत्पादन अधिक है, इसलिए कीमतों में बढ़ोतरी से अल्पावधि में कृषि निर्यात को लाभ होगा।
जेपी माॅर्गन ने इंडियन इक्विटी मार्केट को ‘Underweight’ में डाउनग्रेड कर दिया है। इसके पीछे की वजह बताते हुए जेपी माॅर्गन ने कमोडिटी की कीमतें हैं। साथ ही रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया भर में संशय का माहौल बना हुआ है। बता दें, इससे पहले संस्था की तरफ से ‘Neutral’ रेटिंग दिया था।