डॉ. सुधींद्र श्रृंगी
एमडी आयुर्वेद
कोटा। शिलाजीत सबसे शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और खनिज योगों में से एक है, जिसका उपयोग पारंपरिक हर्बल दवाओं में थकान से लेकर कम टेस्टोस्टेरॉन उत्पादन तक कई पुरूषों की स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। शिलाजीत में 80 से ज्यादा ट्रेस मिनरल भी होते हैं , जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। साथ ही मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं।
‘आयुर्वेद में शिलाजीत एक प्रमुख घटक है, जो ताकत, जोश और स्टैमिना को बढ़ावा देने में मदद करता है। फुलविक एसिड जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेट्री है, मांसपेशियों को सीधे ऑक्सीजन पहुंचाता है। फुलविक एसिड के नियमित उपयोग से CO2 और लैक्टिक एसिड के निर्माण को कम करने में मदद मिलती है। जिसके परिणामस्वरूप रिकवरी पीरियड कम हो जाता है और सहनशक्ति में वृद्धि होती है। चूंकि शिलाजीत फुल्विक एसिड से भरपूर है, इसलिए इसका अध्ययन पुरूष प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए किया गया है।
एक अध्ययन ने 60 बांझ पुरूषों को 90 दिनों तक दिन में दो बार शिलाजीत दिया। टेस्ट पीरियड के बाद उपचार पूरा करने वाले लगभग आधे पुरूषों में कुल शुक्राणुओं की संख्या और शुक्राणु की गतिशीलता में वृद्धि देखी गई या कितने और कितनी अच्छी तरह शुक्राणु अंडे की ओर बढ़ते हैं, ये दोनों ही पुरूष प्रजनन क्षमता के कारक हैं। एक अन्य अध्ययन ने 45- 55 वर्ष की उम्र के स्वस्थ पुरूष स्वयंसेवकों में 90 दिनों तक टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को बढ़ाने के लिए शिलाजीत की क्षमता का देखा। इस अवधि के अंत में शोधकर्ताओं ने कुल टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी।
ऊर्जा की कमी एवं थकान
शोधकर्ताओं का मानना है कि शिलाजीत की खुराक सीएफएस के लक्षणों को कम कर सकती है और एनर्जी स्टोर कर सकती है। जर्नल ऑफ एथनोफर्माकोलॉजी में प्रकाशित 2012 के एक अध्ययन में पाया गया कि शिलीजीत ने परीक्षण विषयों में क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम के लक्षणों को कम करने में मदद की। शोधकर्ताओं ने नोट किया कि शिलाजीत शरीर में कोशिका कार्यों को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। जो समस्या के स्त्रोत पर थकान कम कर सकता है और स्वभाविक रूप से ऊर्जा के स्तर को बढ़ा सकता है।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य
शिलाजीत में पाए जाने वाले कई यौगिक मास्तिष्क के कार्य के लिए सहायक हो सकते हैं और अल्जाइमर के उपचार में भी मदद कर सकते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ अल्जाइमर डिजीज में एक अध्ययन में कहा गया है कि शिलाजीत पारंपरिक रूप से लंबी उम्र के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें मौजूद यौगिक अल्जाइमर जैसे संज्ञानात्मक नियंत्रण विकारों में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा दिन में दो बार शिलाजीत की थोड़ी मात्रा लेने से आपके शरीर को तेजी से ठीक होने में मदद मिल सकती है। एक स्वस्थ प्रणाली को बनाए रखने के लिए आपके शरीर को सभी विटामिन और पोषक तत्व प्राप्त करने की आश्वयकता होती है और यही शिलाजीत प्रदान करता है।