कारों से भी कई गुना महंगे डेढ़ करोड़ रुपये कीमत तक के घोड़े पुष्कर पशु मेले में

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अजमेर। पुष्कर के पशु मेले में ऑडी से भी महंगा डेढ़ करोड़ रुपये कीमत का घोड़ा भी बिकने आया है। इस घोड़े का नाम जीत है। मारवाड़ी नस्ल के घोड़ों की डिमांड देश-विदेशों में भी होने लगी है। इनकी ताकत, रफ्तार और सुन्दरता के साथ-साथ कदकाठी का हर कोई दीवाना है। पुष्कर के प्रसिद्ध मेले में भी मारवाड़ी और काठियावाड़ी नस्ल के घोडे़ बिकने के लिए बड़ी तादाद में आए हैं। शमशेर नाम का घोड़ा मेले में चर्चा में है।

इसकी वजह है शमशेर की कीमत, जो ऑडी की अपकमिंग कार ऑडी क्यू-3 से थोड़ी ही कम है, लेकिन इसका मेंटेनेंस यानी एक महीने का खर्च लग्जरी कार BMW और मर्सिडीज से भी ज्यादा है। शमशेर पर उसका मालिक महीने में 40 हजार रुपए से ज्यादा खर्च करता है। शमशेर की एक और खास पहचान है, उसके पिता दाना नाम का घोड़ा जो कि देश के सबसे अमीर उद्योगपति अनिल अंबानी के पास है।

यह है इसकी खुराक
शमशेर की देखभाल कर रहे अनुपम उर्फ बंटी टंडन ने बताया कि आम दिनों में इसे चने की चूरी, जौ का दलिया, चापड़, विटामिन, कैल्शियम, ब्रूटोन, मूंगफली के पत्ते, ज्वार की कुट्टी, बाजरे की कुट्टी खिलाई जाती है। इसके अलावा सर्दी में तिल का कुट्टा, अलसी, तारामीरा, पंजाब का दाना जई और बाजरा भी खिलाया जाता है। ऐसी देशी डाइट से ही इसमें ताकत आती है।

राजघराने का लहू दौड़ता है घोड़ों में
अनुपम उर्फ बंटी टंडन ने बताते हैं कि खुराक अच्छी होने के कारण खर्चा भी ज्यादा होता है, लेकिन खूबसूरती और ताकत के कारण पंजाब और हरियाणा में इन घोड़ों की खास डिमांड रहती है। मारवाड़ी घोडे़ का उपयोग राजा-महाराजा युद्ध के समय करते थे, इसलिए कहा जाता है कि इन घोड़ों के शरीर में राजघराने का लहू दौड़ता है। मारवाड़ी नस्ल के घोड़े राजस्थान के मारवाड़ में पाए जाते हैं। यही इनकी जन्मस्थली भी है।

मारवाड़ी घोड़ों की लंबाई 130 से 140 सेमी. और ऊंचाई 152 से 160 सेमी. होती है। 22 सेमी. के चौड़े फेस वाले ये घोड़े काफी ताकतवर होते हैं। महाराणा प्रताप का घोड़ा चेतक भी मारवाड़ी नस्ल का बताया जाता है। पुलिस और सेना के साथ खेल प्रतियोगिताओं में भी इसी नस्ल के घोड़ों का चलन है। इन घोड़ों की कीमत भी ज्यादा होती है। यह भारत में सबसे अव्वल दर्जे का घोड़ा है।

अंबानी के पसंदीदा घोड़े दाना का बेटा है शमशेर
अनुपम उर्फ बंटी टंडन का दावा है कि जाने माने उद्योगपति अनिल अंबानी के पास जो दाना नाम का घोड़ा है वो मारवाड़ी नस्ल का है। शमशेर दाना और अल्फा का ही बेटा है। अंबानी ने इसे पंजाब के बोलू बाबा से खरीदा था। दाना आज अंबानी की घुड़शाला में है।

यह है खासियत
पशु विशेषज्ञ डॉ. नवीन परिहार बताते हैं मारवाड़ी और काठियावाड़ी शुद्ध नस्ल के घोडे़ होते हैं। इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य घोड़ों के मुकाबले ज्यादा होती है। यह मौसम बदलाव के साथ भी बीमार कम पड़ते हैं। यही वजह है कि ये कई विपरीत परिस्थितियों में भी खुद को ढाल लेते हैं।

डेढ़ करोड़ की कीमत के घोडे़
पशु मेले में एक डेढ़ करोड़ रुपए और पचास लाख की कीमत के घोडे़ भी आए। जीत नाम के घोडे़ की कीमत डेढ़ करोड़ और गजराज नाम के घोडे़ की कीमत पचास लाख रुपए बताई जा रही है, लेकिन मालिकों ने इनको बेचने के लिए इनकार किया है।