मुख्यमंत्री गहलोत राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने को तैयार

0
239

जोधपुर। चौतरफा आलोचनाओं से घिरे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आखिरकार पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने पर सहमत हो गए हैं। केन्द्र की पहल के बाद कई राज्य सरकार ने वैट दर को कम किया है। मंगलवार को जोधपुर के जालेली फौजदार गांव में आयोजित सभा में गहलोत ने कहा- ‘जब सब राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम कर दिए हैं, तो हमें भी कम करने पड़ेंगे।’

गहलोत लगातार इस बात पर अड़े रहे कि इससे राज्य की आमदनी प्रभावित होगी। राज्य की आर्थिक स्थिति पहले से खराब है। ऐसे में हम पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं करेंगे। केन्द्र सरकार ने पहले टैक्स में कटौती कर आमजन को राहत प्रदान की। इसके तर्ज पर कई राज्य सरकारों ने भी वैट कम करना शुरू कर दिया। इसके बावजूद गहलोत अड़े रहे। आखिरकार कांग्रेस शासित पंजाब ने भी वैट को कम कर राजस्थान का उदाहरण दे दिया कि यहां पेट्रोल-डीजल सबसे अधिक महंगे हैं। इसके बाद गहलोत पर दबाव काफी अधिक बढ़ गया कि वे भी दाम को कम करे।

एक दिवसीय जोधपुर यात्रा पर पहुंचे गहलोत ने शहर से सटे जालेली फौजदार गांव में प्रशासन गांवों के संग शिविर का अवलोकन कर वहां मौजूद लोगों से उनके काम होने या नहीं होने के बारे में जानकारी ली। इसके बाद आयोजित सभा में गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार भी पेट्रोल व डीजल पर वैट कम कर लोगों को राहत प्रदान करेगी।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर जबरन बहुत अधिक टैक्स लगा लोगों को बहुत लूटा है। अब थोड़ी सी राहत प्रदान की है। केन्द्र सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स को और कम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैट कम करने से होने वाले नुकसान को राज्य सरकार वहन करेगी।

राजस्थान में देश का सबसे अधिक वैट
राजस्थान में पेट्रोल पर 36% और डीजल पर 26% वैट है। यह देश में सबसे अधिक है। यही वजह है कि देश का सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल भी राजस्थान में ही बिक रहा है। गहलोत सरकार ने सत्ता में आने के बाद कोरोना काल में पेट्रोल पर 10 फीसदी वैट बढ़ाया था।