राजस्थान का पहला पेपरलेस-डिजिटल रेलवे स्टेशन बना सोगरिया

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कोटा। कोटा-बीना रेल लाइन पर लंबे समय से दोहरीकरण का काम चल रहा है। कोटा स्टेशन से 3 किमी दूर सोगरिया स्टेशन का सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है। यह रेलवे स्टेशन देश के आधुनिक स्टेशन में शामिल हो गया है। राजस्थान का यह रेलवे स्टेशन पेपरलेस और पूरी तरह से डिजिटल होगा।

16 करोड़ की लागत से बन रहे इस स्टेशन पर यात्रियों को वीआईपी सुविधा मिलेगी। इतना ही नहीं यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसको लेकर कुछ दिनों पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट करते हुए सोगरिया स्टेशन को ‘नया भारत रो नयो स्टेशन’ बताया था। उम्मीद जताई जा रही है कि दिवाली के बाद इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा।

स्टेशन की खास बात यह है कि यहां एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। एयर कंडीशन वीआईपी लाउंज और पेंट्री की व्यवस्था भी है। लगभग 71 स्क्वायर मीटर का वेटिंग हॉल तैयार किया गया है। यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए आरामदायक बैंच लगाई गई है।

गर्मियों में ट्रेन में सफर के दौरान कोच में पानी खत्म होने की शिकायत आम रहती है। यहां क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया गया है, जिससे 5 मिनट में सभी कोच में पानी भर जाएगा। क्विक वाटरिंग सिस्टम लगने के बाद इसका ट्रायल भी किया गया, जो सफल रहा।

पेपर लेस और डिजिटल स्टेशन यह पूरा स्टेशन पेपर लेस और डिजिटल होगा। कोच गाइडेंस से लेकर सारी जानकारी डिस्प्ले बोर्ड पर मिलेगी। स्टेशन पर सिंगल लाइन और मल्टिपल लाइन वाले इलेक्ट्रॉनिक इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं। यहां पर पेपर लेस रिजर्वेशन चार्ट लगाए गए हैं। इसके अलावा ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) आधारित डिजिटल क्लॉक भी लगाई गई है।

राजस्थान की झलक
सोगरिया रेलवे स्टेशन की बनावट राजस्थान की संस्कृति पर आधारित है। यहां राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखाती हुई पेंटिंग के साथ दीवारों पर बाघ भी नजर आएंगे। इसके अलावा स्टेशन तक पहुंचने के लिए अप्रोच रोड भी तैयार हो गई है। सर्कुलेटिंग एरिया को भी आने वाले दिनों की आवश्यकता अनुसार विकसित किया गया है।

पार्किंग की व्यवस्था
2018 से इस स्टेशन के सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। स्टेशन पर 2 हाई लेवल प्लेटफॉर्म समेत लाइटिंग और डेकोरेशन का काम पूरा हो चुका है। सर्कुलेटिंग एरिया क्षेत्र में कार, ऑटो रिक्शा, निजी वाहनों और वीआईपी पार्किंग की व्यवस्था की गई है। अलग-अलग वाहनों के आने जाने के लिए अलग-अलग लेन तैयार की गई है।

आउटर पर नहीं करना पड़ेगा इंतजार
कोटा-बारां रूट पर करीब डेढ़ दर्जन ट्रेनों का संचालन होता है। अप-डाउन में 36 ट्रेनों का संचालन होता है। ये सभी ट्रेनें कोटा स्टेशन पर आकर रुकती हैं। सोगरिया स्टेशन के चालू होने से कोटा-रुठियाई, कोटा-भोपाल रूट की ट्रेन सोगरिया से बाइपास हो सकेंगी। इन ट्रेनों को कोटा स्टेशन पर नहीं आना पड़ेगा। दिल्ली- मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेन आने से, कई बार बारां रूट की ट्रेनों को आउटर पर खड़ा रहना पड़ता था। ये समस्या भी दूर होगी। यात्रियों के समय की बचत होगी।