नयी दिल्ली। त्योहारी मौसम में सरकार द्वारा खाद्य तेल उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए आयात शुल्क कम करने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव में गिरावट देखी गई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि आयात शुल्क कम किये जाने से स्थानीय तेल- तिलहनों के भाव तो टूटे हैं, मगर विदेशों में बाजार तेज हो गया है। मलेशिया एक्सचेंज में 3.25 प्रतिशत की तेजी रही जबकि कल रात गिरावट के रुख वाले शिकॉगो एक्सचेंज में बुधवार को 2.10 प्रतिशत की तेजी आई।
सूत्रों ने कहा कि मंडियों में सरसों की आवक कम है, स्टॉक सीमित है और मांग है। इसलिए शुल्क कम किये जाने का इस पर कोई विशेष असर नहीं आया। हालांकि, कीमतों में मामूली गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि सरसों की उपलब्धता कम रहने के बीच आगे सर्दियों के मौसम में हरी सब्जी के लिए इस तेल की मांग और बढ़ेगी और अभी अगली फसल आने में देर होने की संभावना है क्योंकि सरसों की बिजाई देर से हुई। वायदा कारोबार में अक्टूबर अनुबंध के सरसों में 44 रुपये की तेजी रही।
उन्होंने कहा कि आयात शुल्क में कमी के अलावा नयी फसल की आवक शुरू होने से पहले मूंगफली तेल-तिलहन और बिनौला में भी गिरावट रही। बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)
सरसों तिलहन – 8,720 – 8,745 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये। मूंगफली – 6,335 – 6,420 रुपये। मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 14,500 रुपये। मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,110 – 2,240 रुपये प्रति टिन। सरसों तेल दादरी- 17,400 रुपये प्रति क्विंटल। सरसों पक्की घानी- 2,650 -2,700 रुपये प्रति टिन। सरसों कच्ची घानी- 2,735 – 2,845 रुपये प्रति टिन।
तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,500 – 18,000 रुपये। सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,700 रुपये। सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,300 रुपये। सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,225 सीपीओ एक्स-कांडला- 11,250 रुपये।बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,500 रुपये। पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,950 रुपये। पामोलिन एक्स- कांडला- 11,900 (बिना जीएसटी के)।सोयाबीन दाना 5,300 – 5,500, सोयाबीन लूज 5,000 – 5,100 रुपये। मक्का खल (सरिस्का) 3,825 रुपये।