उदयपुर कलेक्ट्रेट में 1982 में जमा हुआ था शास्त्री जी को तौलने के लिए 57 किलो सोना
उदयपुर। देश के दूसरे प्रधानमंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री को तौलने के लिए साल 1965 में राजस्थान में सोना जमा किया गया था। जब शास्त्री जी राजस्थान नहीं जा पाए तो यह सोना उदयपुर में कलेक्टर ने जब्त कर लिया था। अब 56 साल बाद सोना कलेक्ट्रेट के मालखाने से बाहर आ गया है। ये सोना केंद्र सरकार को मिलना है
जिस समय सोना कलेक्ट्रेट के मालखाने में जमा कराया गया था, तब इसका वजन 56 किलो 863 ग्राम था। तब इसकी कीमत 5 लाख रुपए थी। जब सोना निकाला गया तो ये 67.800 किलो मिला है, जिसकी कीमत 32 करोड़ रुपए से ज्यादा है। सोना लेने के लिए CGST (सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स) टीम उदयपुर पहुंची थी।
सोमवार आधी रात को टीम 64 किलो सोने के आभूषण और सोने के बिस्किट लेकर दिल्ली रवाना हो गई है। बचा हुआ 3.2 किलो का सोना फिलहाल मालखाने में ही जमा करा दिया गया है। बचे हुए सोने के बिस्किट और दस्तावेजों पर लिखे शब्दों में अंतर आ रहा है। अब फिर से न्यायालय में प्रार्थना पत्र पेश किया जाएगा। इसके बाद फैसला होगा।