10 फीसदी बारिश कम होने से खरीफ फसलों की बुआई 1.75 फीसदी पिछड़ी

0
273

नई दिल्ली। मानसूनी सीजन के लगभग तीन महीने बीतने को हैं, लेकिन देशभर में बारिश सामान्य की तुलना में 10 फीसदी कम हुई है। देश के कुल 36 सबडिवीजनों में से 12 में यानि कुल 34 हिस्से में बारिश सामान्य से कम हुई है, जिसका खरीफ फसलों के उत्पादन पर पड़ने का डर है।देशभर में पहली जून से 27 अगस्त 2021 तक बारिश सामान्य की तुलना में 10 फीसदी कम होने के कारण खरीफ फसलों की बुआई 1.75 फीसदी पिछड़ी है।

कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 27 अगस्त 2021 तक खरीफ फसलों की बुआई 1.75 फीसदी पिछड़कर केवल 1064.04 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई 1083.09 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में दलहन, गन्ना, मक्का और सोयाबीन की बुआई तो बढ़ी है, लेकिन खरीफ की प्रमुख फसल धान के साथ ही तिलहन एवं मोटे अनाज तथा कपास की बुआई पिछड़ी है। कपास की बुआई चालू खरीफ में घटकर 117.42 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इसकी बुआई 128.41 लाख हेक्टयेर में हो चुकी थी।

धान की रोपाई चालू खरीफ में घटकर 388.56 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि के 393.41 लाख हेक्टेयर से कम है। दलहनी फसलों की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 135.83 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई केवल 134.23 लाख हेक्टेयर ही हुई थी।

खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 48.94 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले खरीफ में इसकी बुआई 46.98 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। अन्य दालों में उड़द की बुआई 37.59 और मूंग की 34.16 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 37.61 और 34.86 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

अन्य दालों की बुआई भी बढ़कर चालू खरीफ में 14.79 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई 14.38 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी। मोटे अनाजों की बुआई चालू खरीफ में घटकर 170.98 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई 173.61 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

मोटे अनाजों में बाजरा की बुआई चालू खरीफ में 63.12 लाख हेक्टेयर में, ज्वार की 14.33 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले खरीफ की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 67.15 और 14.57 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। मक्का की बुआई चालू खरीफ में 80.36 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि के 78.73 लाख हेक्टेयर से बढ़ी है।

तिलहनी फसलों की बुआई चालू खरीफ में 189.54 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि के 192.51 लाख हेक्टेयर के मुकाबले कम है। तिलहनी फसलों में सोयाबीन की बुआई 121.51 लाख हेक्टेयर में और मूंगफली की 48.07 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 120.56 और 50.44 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

अन्य तिलहन में शीसम सीड़ की बुआई 12.71 लाख हेक्टेयर में और केस्टर की 5.14 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 13.38 और 5.66 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। गन्ने की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 54.70 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले खरीफ में इसकी बुआई केवल 53.96 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।