राजस्थान में छोटे-फुटकर व्यापारी एवं बेरोजगार युवाओं को मिलेगा ब्याज मुक्त कर्ज

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जयपुर। राजस्थान में कोरोना संकट के दस्तक देने के बाद ही लगातार आर्थिक हालातों से जूझ रहे फुटकर व्यापारियों के लिए खुशखबरी है। थड़ी-ठेला व्यापारी, वेंडर्स और खोमचा वालों के लिए राजस्थान सरकार की ओर से खास प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में उनके लिए इंदिरा गांधी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई है। योजना के तहत ऐसे छोटे व्यापारियों को सरकार ब्याज मुक्त ऋण देगी। बड़ी बात यह भी है कि योजना में 50,000 तक का ब्याज मुक्त ऋण बिना गारंटी के व्यापारियों को मिल सकेगा।

उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत अधिसूचना जारी कर दी गई है। योजना के दायरे में वे सभी विक्रेता शामिल है, जो छोटे व्यवसाय से अपना जीवन – यापन कर रहे हैं। योजना के तहत हेयर ड्रेसर, रिक्शावाला, कुम्हार, खाती, मोची, मिस्त्री, दर्जी, धोबी, रंग-पेंट करने वाले, नल-बिजली की मरम्मत करने वाले और बेरोजगार युवा ऋण ले सकते हैं। मिली जानकारी के अनुसार योजना अनौपचारिक व्यापार क्षेत्र में कोरोना के दुष्प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से लाई है।

योजना 1 वर्ष के लिए लागू रहेगी
मिली जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत एक साल तक की अवधि में ऋण लिया जा सकेगा। 31 मार्च 2022 तक योजना के तहत ऋण स्वीकृत किए जा सकेंगे। खास बात यह भी है कि ऋण के मोरटोरियम की अवधि 3 माह की होगी। वहीं ऋण पुनर्भुगतान की अवधि 12 माह होगी। इस पूरी योजना में हर जिले में क्रियान्वयन का कार्य क्रियान्वयन प्राधिकारी करेगा। वहीं नोडल अधिकारी के रूप में जिला कलेक्टर की भूमिका रहेगी।

ये होंगे पात्र
शहरी निकाय की ओर से जिन्हें प्रमाण पत्र या पहचान पत्र दिया हो, ऐसे छोटे व्यापारी योजना के पात्र होंगे। निकाय की ओर से सर्वे में छूट गए व्यापारियों या टाउन वेंडिंग कमेटी के सिफारिश पत्र वाले व्यापारी वेंडर भी पात्र होंगे। ऐसे विक्रेता जिन्हें सर्वे के दौरान चयनित किया गया है, लेकिन प्रमाण पत्र या पहचान पत्र जारी नहीं किया है, वे भी पात्र होंगे। शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा व जिनकी मासिक आय 15000 रु. से अधिक नहीं है, वे भी पात्र होंगे।…