AIIMS: इस साल रिकॉर्ड 4.5 लाख स्टूडेंट्स ने कराया रजिस्ट्रेशन

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कोटा। देश में एम्स की संख्या 18 तक पहुंचने से अब मेडिकल एंट्रेंस में स्टूडेंट्स को ज्यादा विकल्प मिलेंगे। एम्स बढ़ने के कारण मेडिकल स्टडीज में एनआईटी व आईआईटी जैसा सिस्टम हो जाएगा। देश में 23 आईआईटी हैं, वहीं इस साल 8 की जगह 15 एम्स में दाखिला मिलेगा।

हाल में सरकार ने 3 नए एम्स खोलने की घोषणा की है। उनकी जगह व बजट भी घोषित कर दिया है। हालांकि इसमें एडमिशन इस सेशन से मिलेगा या नहीं ये अभी तय नहीं है। इसके बावजूद मेडिकल के काफी ऑप्शन छात्रों को मिलेंगे।

इस साल एम्स के लिए करीब 4.5 लाख रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जो कि अब तक का रिकॉर्ड है। नीट के लिए करीब 15 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। ऐसे में नीट देने वाले एक तिहाई छात्र एम्स भी दे रहे हैं।

दूसरी ओर एम्स की एलिजिबिलिटी नीट की तुलना में मुश्किल होती है। एम्स एंट्रेंस के लिए छात्र को 12वीं में 60 प्रतिशत अंक चाहिए। एम्स में फिजिक्स, केमेस्ट्री और बॉयोलाजी के साथ ही मेंटल एबिलिटी के सवाल भी पूछे जाते हैं।

इन एम्स में इस साल मिलेगा एडमिशन
एम्स ने इस साल का नोटिफिकेशन जारी करते हुए 15 एम्स की घोषणा कर दी है। दिल्ली एम्स के साथ ही छात्रों को भटिंडा, भोपाल, भुवनेश्वर, देवगढ़, गोरखपुर, जोधपुर, कल्याणी, मंगलगिरी, नागपुर, पटना, रायपुर, रायबरेली, ऋषिकेश व तेलंगाना में दाखिला मिलेगा। पिछले साल तक एम्स की 800 सीटों पर दाखिला मिलता था। इस साल सीटों की संख्या करीब करीब दोगुनी हो सकती है। विजयनगर सांबा जम्मू, अवंतिपुरा पुलवामा कश्मीर व राजकोट गुजरात में एम्स खोलने की घोषणा कर दी है।

यह फायदा होगा नए एम्स का
क्वालिटी मेडिकल फैसिलिटी के लिए एम्स सबसे बढ़कर हैं। अधिक एम्स खुलने के कारण अगर छात्र का सलेक्शन उसके ही राज्य में हो जाता है तो वह अन्य मेडिकल कॉलेज की ओर स्विच नहीं करेगा। अभी अगर किसी स्टूडेंट्स को दिल्ली को छोड़कर दूसरे राज्य का एम्स मिलता है तो वह अपने राज्य के मेडिकल कॉलेज में नीट के जरिए एडमिशन ले लेता है। इसके बाद सुपर स्पेशियलिटी के लिहाज से भी एम्स श्रेष्ठ है।

मेडिकल एंट्रेंस में बढ़ेगा कॉम्पीटिशन : मेडिकल कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि मेडिकल एजुकेशन में अधिक विकल्प होने के कारण मेडिकल एंट्रेंस नीट व एम्स में छात्रों की संख्या बढ़ेगी। इसी कारण अधिक संख्या में छात्र इसकी तैयारियां करेंगे। वहीं कॉम्पीटिशन भी अधिक होगा, जिससे अच्छे स्टूडेंट्स सामने आएंगे।