मार्च तिमाही में SBI को 6,451 करोड़ रुपए का मुनाफा

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नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को जनवरी-मार्च की चौथी तिमाही में 6,451 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। एक साल पहले इसी समय में यह फायदा 3,581 करोड़ रुपए था। इसकी तुलना में इस बार 80% का ज्यादा मुनाफा हुआ है।

बैंक का शेयर दिन में 5% बढ़कर 403 रुपए पर कारोबार कर रहा था। बैंक का शेयर पिछले 1 महीने में करीबन 17% जबकि इस साल में 40% बढ़ा है। इसी के साथ बैंक ने 4 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड की भी घोषणा की है। मई 2017 के बाद पहली बार बैंक ने डिविडेंड घोषित किया है। उस समय इसने 2.6 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड दिया था। बैंक ने शुक्रवार को चौथी तिमाही का रिजल्ट जारी किया। बैंक ने बताया कि उसकी शुद्ध ब्याज आय 19% बढ़ी है। यह 27 हजार 67 करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले यह 22 हजार 767 करोड़ रुपए रही थी।

बैंक ने बताया कि उसके फायदे में इतनी जबरदस्त बढ़त इसलिए हुई क्योंकि उसे कम प्रोविजन किया। प्रोविजन का मतलब बुरे फंसे कर्ज यानी एनपीए की तुलना में एक रकम को रखना होता है। बैंक ने बुरे फंसे कर्जों के लिए 9,914 करोड़ रुपए का प्रोविजन किया है। बैंक को भूषण पावर एंड स्टील से करीबन 400 करोड़ रुपए मिले हैं। यह बैंकरप्सी में फंसी हुई कंपनी है जिस पर बैंक का लोन है।

एसबीआई ने कहा कि कोरोना के फैलने से पूरी दुनिया की आर्थिक स्थितियों पर असर बना हुआ है। इससे फाइनेंशियल मार्केट का मूवमेंट बढ़ा है। ऐसी स्थिति में बैंक अपने आप को सभी चुनौतियों से पार पाने के लिए बढ़ा रहे हैं। पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में अधिकतर बैंकों ने बेहतर रिजल्ट पेश किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि कलेक्शन और क्रेडिट ग्रोथ में ठीक ठाक बढ़त रही है।

पूरे साल में 20 हजार 410 करोड़ का फायदा
बैंक ने बताया कि पूरे साल यानी अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के दौरान उसका कुल फायदा 20,410 करोड़ रुपए का रहा है। यह एक साल पहले 14,488 करोड़ के फायदे की तुलना में 40.88% बढ़ा है। बैंक की कुल जमा राशि 13.56% बढ़ कर 36.81 लाख करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले यह 32.41 लाख करोड़ रुपए थी। इसमें सालाना आधार पर चालू खाता में 27.36% की बढ़त हुई है जबकि बचत खाता में 14.79% की बढ़त हुई है।