मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर को नहीं चुकाना होगा टोल टैक्स

    0
    1427

    नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की गंभीर किल्लत हो गई है। सरकार के साथ निजी कंपनियां और पीएसयू भी अब मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए काफी कोशिश कर रही हैं। इस बीच नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने कहा है कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन ले जा रहे टैंकर को नेशनल हाईवे पर अब टोल टैक्स नहीं चुकाना पड़ेगा। इस वजह से मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए जा रहे टैंकर निर्बाध रूप से यात्रा कर सकेंगे।

    देश में मेडिकल ऑक्सीजन की काफी कमी महसूस की जा रही है और इस वजह से अलग-अलग इलाकों से कंटेनर मेडिकल ऑक्सीजन लेकर जरूरतमंद अस्पतालों तक पहुंचा रहे हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने एंबुलेंस जैसे इमरजेंसी व्हीकल की तर्ज पर मेडिकल ऑक्सीजन ले जा रहे टैंकर को भी फ्री पास देने का फैसला किया है। यह आदेश अगले दो महीने तक लागू रहेगा।

    कोरोना से लड़ाई में मदद देने के निर्देश
    देश में पिछले कुछ समय से फास्टैग का नियम लागू होने के बाद टोल प्लाजा पर वाहनों को जीरो वेटिंग टाइम लगता है। मेडिकल ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया वाहनों को प्राथमिकता के आधार पर पास दे रहा है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने अपने सभी अधिकारियों और संबंधित पक्षों को कहा है कि कोरोनावायरस से लड़ाई में सरकार और निजी पक्षों के प्रयास में मदद करें।

    लिक्विड ऑक्सिजन की बढ़ी मांग
    देश में कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की काफी मांग देखी जा रही है। चिकित्सा आपदा की मौजूदा स्थिति में अस्पताल और मेडिकल सेंटर को लिक्विड मैक्सी मेडिकल ऑक्सीजन की समय पर आपूर्ति बहुत महत्वपूर्ण कदम है। इससे देशभर में हजारों मरीज की जान बचाई जा सकती है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कहा है कि टोल प्लाजा पर टोल टैक्स देने से छूट दिए जाने के बाद मेडिकल ऑक्सीजन की 30 डिलीवरी सुनिश्चित की जा सकेगी।

    देश भर में लगाये जा रहे हैं ऑक्सिजन प्लांट
    उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, गोवा, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, ओडिशा, मध्य प्रदेश और दिल्ली के हॉस्पिटल्स के लिए Oil PSU मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगा रही हैं। कोविड19 की दूसरी लहर के बीच देश में ऑक्सिजन की भारी किल्लत पैदा हो गई है। हॉस्पिटल बेड और दवाओं की कमी भी सामने आ रही है, ऐसे में Oil PSU के इस ऐलान से राहत मिल सकती है।