दूसरी तिमाही में एडवांस टैक्स कलेक्शन 1.59 लाख करोड़ रुपए रहा

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मुंबई। दूसरी तिमाही में एडवांस टैक्स कलेक्शन में 25.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह एक लाख 59 हजार 57 करोड़ रुपए रहा है। हालांकि पहली तिमाही (अप्रैल-जून) की तुलना में इसमें सुधार हुआ है। जानकारी के मुताबिक पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच एडवांस टैक्स का रेवेन्यू महज 11,714 करोड़ रुपए था। यानी इसमें एक साल पहले की तुलना में 76 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

यह इसलिए हुआ था क्योंकि मार्च के अंत में लॉकडाउन लगा था और इसके बाद से पूरी आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ गई थीं। एक साल पहले 15 सितंबर 2019 को कुल एडवांस टैक्स कलेक्शन 2 लाख 12 हजार 889 करोड़ रुपए था। उसके एक साल पहले यह तीन लाख 70 हजार 652 करोड़ रुपए था।

कॉर्पोरेट के टैक्स में 27.3 प्रतिशत की गिरावट
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 25.5 प्रतिशत की गिरावट टैक्स कलेक्शन में रही है। इसमें कॉर्पोरेट ने एक लाख 29 हजार 619 करोड़ रुपए के टैक्स का भुगतान किया है। एक साल पहले की समान तिमाही की तुलना में इसमें 27.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। पर्सनल इनकम में इसी समय में 15 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह 34,632 करोड़ से घटकर 29,437.5 करोड़ रुपए रह गई है।

टीडीएस में 5.6 प्रतिशत की कमी
हालांकि टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स (टीडीएस) में 5.6 प्रतिशत की महज कमी आई है। यह एक लाख 38 हजार 605 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले इसी समय में यह एक लाख 46 हजार 792 करोड़ रुपए था। जून तिमाही में कॉर्पोरेट टैक्स में 79 प्रतिशत की गिरावट आई थी। यह 8,286 करोड़ रुपए था जबकि एक साल पहले जून तिमाही में यह 39,405 करोड़ रुपए था। पहली तिमाही में एडवांस पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन 64 प्रतिशत गिरकर 3,428 करोड़ रुपए रही थी। एक साल पहले इसी अवधि में यह 9,512 करोड़ रुपए थी।

डायरेक्ट टैक्स का 13.19 लाख करोड़ का लक्ष्य
डायरेक्ट टैक्स के लिए बजट में 13.19 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया था। एक साल पहले के 10.28 लाख करोड़ रुपए की तुलना में यह 28 प्रतिशत ज्यादा है। यह लक्ष्य इसलिए ज्यादा रखा गया क्योंकि सरकार को उम्मीद थी कि विवाद से विश्वास स्कीम में उसे पैसे मिल सकते हैं।

ग्रॉस टैक्स कलेक्शन 20 प्रतिशत घटा
इस वित्त वर्ष में ग्रॉस टैक्स कलेक्शन चार लाख 33 हजार 804 करोड़ रुपए रहा है जो एक साल पहले के 5.42 लाख करोड़ रुपए की तुलना में 20 प्रतिशत कम है। इस साल के दौरान इनकम टैक्स विभाग ने कुल एक लाख एक हजार 785 करोड़ रुपए की राशि टैक्स देनेवालों को लौटाई है। एक साल पहले की तुलना में इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई है।

एसटीटी में हुआ इजाफा
इसी तरह टैक्स कलेक्शन में दो और कंपोनेंट जो हैं उसमें सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (एसटीटी) 7,079 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले यह 5,035 करोड़ रुपए था। इसी तरह इक्विलाइजेशन लेवी 487 करोड़ से बढ़कर 504 करोड़ रुपए हो गई है। टैक्स कलेक्शन में मुंबई के हिस्से में 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। बंगलुरू एकमात्र जोन रहा है जहां से टैक्स कलेक्शन में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि दिखी है। इसका हिस्सा 40.665 करोड़ रुपए रहा है।कोच्चि का योगदान 49 प्रतिशत गिरकर 3,214.7 करोड़ रुपए रहा है। दिल्ली जोन का हिस्सा 33 प्रतिशत गिरकर 33 हजार 176.7 करोड़ रुपए रहा है।