नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने अपने यूजर्स के लिए अब एक नया फीचर लॉन्च किया है, जिसकी मदद से किसी भी नए डिवाइस पर उनके अकाउंट से लॉग-इन किए जाने का नोटिफिकेशन यूजर्स को मिलेगा। ऐसे में किसी थर्ड पार्टी ऐप पर भी फेसबुक से लॉग-इन करने पर भी यूजर्स को नोटिफिकेशन मिलेगा कि उनके अकाउंट की इन्फॉर्मेशन ऐप के साथ शेयर की जा रही है।
ऐसे में यूजर्स का अकाउंट हैक होने और डेटा चोरी का खतरा पहले के मुकाबले काफी कम हो जाएगा। फेसबुक डिवेलपर ब्लॉग पोस्ट में कहा गया है, ‘लॉगिन नोटिफिकेशंस का डिजाइन और कंटेंट यूजर्स को रिमाइंड करवाएगा कि उनके डेटा और थर्ड पार्टी ऐप्स के साथ शेयर की जाने वाली जानकारी पर उनका पूरा नियंत्रण है, यूजर्स आसानी से सेटिंग्स में जाकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं और परमिशन में बदलाव कर सकते हैं।’ फेसबुक का कहना है कि ऐसे नोटिफिकेशंस दो स्थितियों में ट्रिगर होंगे, पहले तो जब कोई यूजर किसी थर्ड पार्टी ऐप में फेसबुक डीटेल्स की मदद से लॉगिन करेगा और अपना डेटा शेयर करेगा।
नए फीचर्स भी मिलेंगे
साथ ही यूजर के किसी ऐप में लॉगिन करने के बाद ऐप को दी गई जानकारी और अकाउंट के लिए ऐप का ऐक्सेस एक्सपायर होने पर भी नोटिफिकेशन भेजा जाएगा। इसी ब्लॉगपोस्ट में फेसबुक की ओर से कहा गया है कि कंपनी 2020 में और भी यूजर कंट्रोल फीचर्स रोलआउट करेगी, जिससे अकाउंट और डेटा से जुड़ी परमिशंस देने और हटाने का ऑप्शन यूजर्स को आसानी से सामने ही मिल जाएगा। इस महीने की शुरुआत में फेसबुक ने अपना प्रिवेसी चेकअप टूल अपडेट किया है और इसमें चार नए फीचर्स ऐड किए गए हैं।
ऐसे चेक करें ऐप्स लिस्ट
प्रिवेसी चेकअप टूल प्लैटफॉर्म पर 2014 से ही दिया गया है और इसके नए वर्जन को अब ग्लोबली यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया गया है। यूजर्स प्रिवेसी चेकअप के लिए फेसबुक की डेस्कटॉप साइट पर बने क्वेश्चन मार्क आइकन पर क्लिक कर सकते हैं। इसके बाद ‘Apps and websites’ सेक्शन में यूजर्स को ऐप के साथ दिख रहे ‘View and edit’ ऑप्शन को सिलेक्ट करना होगा, जिससे वे सिलेक्ट कर सकेंगे कि ऐप फेसबुक डेटा ऐक्सेस कर सकता है या नहीं। ऐप को फेसबुक से हटाने के लिए यूजर्स को Remove पर क्लिक करके कन्फर्म करना होगा।