जयपुर। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को राजस्थान की 12 सीटों पर मतदान शाम छह बजे खत्म हो गया। शाम 6 बजे तक प्रदेश में 60.10 प्रतिशत मतदान हुआ है। वर्ष 2014 में हुए चुनाव में इन क्षेत्रों में 61.80 प्रतिशत मतदान हुआ था। प्रदेश में कई स्थानों पर मशीन में खराबी के कारण मतदान आधा घंटे रुका रहा।
इन 12 सीटों पर दाे केंद्रीय मंत्रियों समेत 134 प्रत्याशी मैदान में हैं, इनमें 16 महिलाएं हैं। सबसे ज्यादा प्रत्याशी जयपुर और सबसे कम दौसा संसदीय क्षेत्र में हैं। दूसरे चरण में श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा व नागौर सीटों पर मतदान हुआ।
ईवीएम ने अटकाए रखा
राज्य में कई केंद्र पर वोटिंग मशीनों के खराब होने से वोटर परेशान रहे। लालकोठी में सांसद रामचरण बोहरा और भाजपा नेता अशोक परनामी ने तीन लोगों पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए पकड़ा।
जयपुर : राजधानी में कई पोलिंग बूथ्स पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें। हवामहल विधानसभा क्षेत्र के बाजोरिया स्कूल में ईवीएम की खराबी, इस वजह से आधा घंटा देरी से शुरू हुआ मतदान, बाद में भी ईवीएम के अटक अटक कर चलने की शिकायत हुई। वार्ड 85 में भाग संख्या 114 पर शुरू होते ही खराब हुई ईवीएम मशीन, हवामहल भाग 164 में भी आधे घंटे ईवीएम खराब रही, सरस्वती स्कूल में बने पोलिंग बूथ पर ईवीएम खराब हुई।
जयपुर के मानसरोवर में बूथ नंबर 82 पर मशीन खराब होने से मतदान आधा घंटे रुका रहा।
भाजपा प्रदेश कंट्रोल रूम के इंचार्ज निर्मल नाहटा ने बताया की राजस्थान में बहुत जगह ईवीएम मशीन की खराबी के कारण काफी देर तक वोटिंग शुरू नहीं हो पाई।
दूसरे चरण में 23 हजार 783 मतदान केंद्र बनाए गए थे। प्रदेश में 1550 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग के जरिए नजर रखी गई। दूसरे चरण की 12 लोकसभा सीटों के लिए कुल 134 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस से 12, बीजेपी से 11, बसपा से 10, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से 1 और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से 3 जबकि 29 अन्य दल और 68 निर्दलीय प्रत्याशी हैं।
प्रदेश में पहले चरण की 13 सीटों पर 29 अप्रैल को रिकॉर्ड 68.22 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। यह 1952 से लेकर अब तक हुए 17 लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा थी और 2014 के लोकसभा चुनाव से 3.95 प्रतिशत अधिक। पिछले लोकसभा चुनाव में इन 13 सीटों पर 64.27 फीसदी मतदान हुआ था।