GST में फर्जीवाड़ा कर कारोबारियों ने लगाई 200 करोड़ की चपत

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रांची। न माल कहीं गया और न ही कहीं से आया, लेकिन कागज पर अरबों रुपये का कारोबार हो गया। वाणिज्यकर विभाग ने झारखंड के 19 ऐसे कारोबारियों की पहचान की है जिन्होंने फर्जी कागजातों के सहारे एक दूसरे को खरीद-बिक्री दिखाते हुए जीएसटी के तहत गलत इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाया।

इन व्यवसायियों ने फर्जीवाड़ा करते हुए गलत आइटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) सृजित कर लगभग 200 करोड़ रुपये के राजस्व की क्षति सरकार को पहुंचाई है। मई-जून में इस मामले का पर्दाफाश होने के बाद इन सभी कारोबारियों के खिलाफ विभिन्न जिलों में एफआइआर दर्ज कराई गई है।

पहली बार वाणिज्यकर विभाग ने अधिकृत तौर पर इन कारोबारियों का ब्योरा शनिवार को सार्वजनिक किया है। इन सभी व्यवसायियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। अब तक दो की गिरफ्तारी हुई है। वाणिज्यकर विभाग की जांच में यह पाया गया कि 19 फर्मों ने फर्जी कंपनियों के नाम पर निर्गत फर्जी इनवॉयस के आधार पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया है।

इनके द्वारा जीएसटी भुगतान से बचने के लिए विभिन्न कंपनियों को आइटीसी ट्रांसफर किया गया है। इनके द्वारा हेराफेरी कर माल की आपूर्ति के बिना फर्जी कागजात के आधार पर गलत आइटीसी का उपयोग करने के लिए क्रेडिट फैसिलिटी का दुरुपयोग कर राजस्व की भारी क्षति पहुंचाई गई है।

इन कंपनियों ने लगाई :चपत अन्नपूर्णा इंटरप्राइजेज जमशेदपुर, कृष्णा इंटरप्राइजेज जमशेदपुर, कंचन एलॉयज एंड स्टील, जमशेदपुर,  महेंद्रा टे्रडर्स जमशेदपुर, साकम्बरी मेटालिक्स जुगसलाई जमशेदपुर,  पीके ट्रेडर्स जमशेदपुर,  बिगनेश इंटरप्राइजेज धनबाद,  पूर्वा इंटरप्राइजेज धनबाद,  देव ट्रेडर्स धनबाद, भूतनाथ इंटरप्राइजेज धनबाद।

 ऋषभ सेल्स धनबाद,  भगवती इंटरप्राइजेज धनबाद, शिव शक्तिट्रेडर्स धनबाद, चंद्रकला कतरास, णुराज इंटरप्राइजेज बोकारो,  सिद्धि विनायक मेटल एंड साल्ट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, श्रीराम एलायज इनगोट प्राइवेट लिमिटेड बोकारो, शाहा इंटरप्राइजेज देवघर और ओम ट्रेडिंग देवघर।

सिद्धि विनायक के निदेशक की हुई गिरफ्तारी : सिद्धि विनायक मेटल एंड साल्ट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, बोकारो के निदेशक सत्य प्रकाश उर्फ सत्य प्रकाश सिंह को फर्जी कागजातों के आधार पर फर्जी आइटीसी उपयोग करने के कारण गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है।

सत्य प्रकाश के विरुद्ध वाणिज्यकर विभाग ने 15 मई को बोकारो स्टील सिटी में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इससे पूर्व जमशेदपुर में भी ऐसे ही मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है।