Agri Export: वैश्विक कारणों से कृषि निर्यात 9% घटकर 43.7 अरब डॉलर रहा

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नई दिल्ली। Agri Export: लाल सागर संकट और अन्य वैश्विक कारणों से वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-फरवरी अवधि के दौरान देश का कृषि निर्यात 8.8 प्रतिशत घटकर 43.7 अरब डॉलर रह गया। इसका कारण रूस-यूक्रेन युद्ध और चावल, गेहूं, चीनी और प्याज जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं पर घरेलू प्रतिबंध लगाया जाना भी है।

वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-फरवरी 2022-23 में कृषि उत्पादों का निर्यात 47.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। अप्रैल से फरवरी के बीच भारत के कृषि सकल घरेलू उत्पाद में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई, 2023-24 में इसमें केवल 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2022-23 में 4.7 प्रतिशत से कम है।

आंकड़ों से यह भी पता चला है कि एपीडा बास्केट में 719 अनुसूचित कृषि उत्पादों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष की 11 महीने की अवधि के दौरान 6.85 प्रतिशत घटकर 22.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया, जबकि अप्रैल-फरवरी 2022-23 में यह 24 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।

एक अधिकारी ने कहा कि चावल, गेहूं, चीनी और प्याज जैसी जिंसों के निर्यात पर प्रतिबंध से पिछले वित्त वर्ष में 5-6 अरब डॉलर का कृषि निर्यात प्रभावित हुआ है। हालांकि, 24 प्रमुख वस्तुओं (एपीडा बास्केट में) में से 17 के निर्यात में इस अवधि के दौरान सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई और इनमें ताजे फल, भैंस का मांस, प्रसंस्कृत सब्जियां, बासमती चावल और केला शामिल हैं।

बासमती चावल का निर्यात अप्रैल-फरवरी 2022-23 के 4.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-फरवरी 2023-24 में 5.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, इसमें 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी ने यह भी कहा कि निर्यात पर इस्राइल-ईरान युद्ध का कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है क्योंकि यह भी शुरू ही हुआ है, लेकिन हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। अभी तक इसका कोई महत्वपूर्ण असर नहीं पड़ा है।

अधिकारी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में भारत में बने मादक पेय पदार्थों के निर्यात में भी वृद्धि दर्ज की गई है। इस सेगमेंट में महंगे भारतीय ब्रांडों के निर्यात में अच्छी वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर 2022 में 113.66 अरब डालर के मादक पेय पदार्थों का आयात किया गया। वहीं वर्ष 2022 में इस मामले में भारत का निर्यात करीब 18 करोड़ अमेरिकी डॉलर रहा। वर्तमान में मादक पेय पदार्थों के वैश्विक निर्यात के मामले में भारत 40वें स्थान पर है।