नई दिल्ली। चावल की महंगाई से परेशान उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है कि केंद्र सरकार अब सस्ता चावल बेचने जा रही है। यह चावल आटा और चना दाल की तर्ज पर ”भारत चावल” नाम से बेचा जाएगा। सरकार ने चावल की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए चावल कारोबारियों को हर शुक्रवार को इसके स्टॉक का खुलासा करने को कहा है।
केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने आज कहा कि विभिन्न किस्मों के चावल के निर्यात पर प्रतिबंध के बावजूद पिछले एक साल में चावल की खुदरा और थोक कीमतों में लगभग 15 फीसदी इजाफा हुआ है।
ऐसे में चावल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने दो सहकारी समितियों नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) के माध्यम से खुदरा बाजार में सब्सिडी वाले ‘भारत चावल’ को 29 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचने का फैसला किया है। NAFED और NCCF के साथ ही यह रियायती दर वाला यह चावल केन्द्रीय भंडार के खुदरा केंद्रों के साथ ही ई-कॉमर्स प्लेटफार्म भी मिलेगा।
5 व 10 किलो के पैक में मिलेगा ””
खाद्य सचिव चोपड़ा ने कहा कि ”भारत चावल” अगले सप्ताह से 5 किलो और 10 किलो के पैक में बाजार में उपलब्ध होगा। पहले चरण में सरकार ने खुदरा बाजार में बिक्री के लिए 5 लाख टन चावल आवंटित किया है। सरकार पहले से ही भारत आटा 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम और भारत दाल (चना) 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रही है। चावल निर्यात पर रोक हटाने की बाजार में चल रही अफवाहों को दूर करते हुए चोपड़ा ने कहा कि सरकार की चावल निर्यात पर प्रतिबंध जल्द हटाने की कोई योजना नहीं है। कीमतें गिरने तक प्रतिबंध जारी रहेगा।
स्टॉक का खुलासा करने के निर्देश
सरकार ने चावल की कीमतों को नियंत्रित करने के आज एक और कदम उठाया है। चोपड़ा ने कहा कि मंत्रालय ने आदेश जारी कर खुदरा विक्रेताओं, थोक विक्रेताओं और प्रोसेसरों को हर शुक्रवार को अपने पोर्टल पर चावल के स्टॉक का खुलासा करने का निर्देश दिया है। चावल पर स्टॉक सीमा लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा, कीमतें कम करने के लिए “सभी विकल्प खुले हैं”। चोपड़ा ने कहा चावल को छोड़कर सभी आवश्यक खाद्य पदार्थों की कीमतें नियंत्रण में हैं।