शारीरिक साधना के साथ योग की तकनीक का हुआ संगम
कोटा। Siddhi Jadas Yoga champion: आर्ट ऑफ लर्निंग की ओर से आयोजित की जा रही दो दिवसीय राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता (National Yogasana Competition) का रविवार को झालावाड़ रोड स्थित अग्रवाल सेवा सदन में समापन किया गया। समारोह में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. एम एल अग्रवाल मुख्य अतिथि थे।
इससे पहले प्राथमिक, चैंपियन और सुपर चैंपियन वर्ग की विभिन्न प्रतियोगिताएं संपन्न की गई। प्रतियोगिता में सिद्धि जड़ास सुपर चैंपियन बनी। प्रतियोगियों ने शारीरिक साधना से अपने शरीर के संतुलन और नियंत्रण का प्रयोग कर विभिन्न योग मुद्राएं बनाई। योग अभ्यर्थियों ने संगीत की धुन पर नृत्य करते हुए विभिन्न योग मुद्राएं बनाकर दर्शकों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
प्रतियोगिता में योगा अभ्यर्थियों ने पादहस्तासन, अर्धमत्स्येंद्रासन, कूर्मासन, एकपाद चक्रासन, मत्स्यासन, पूर्ण मत्स्येंद्रासन, परिवर्तित पार्श्व कोणासन, चक्रासन, धनुरासन तथा सर्वांगासन का प्रदर्शन किया। इसके अलावा सभी प्रतियोगियों ने अपने अनुसार सर्वश्रेष्ठ योग मुद्रा बनाकर भी दिखाई।
डॉ. एमएल अग्रवाल ने कहा कि योग और आसन मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभप्रद है। नियमित योग करने से शरीर की नकारात्मक ऊर्जा निकल जाती है और मानसिक स्वास्थ्य ठीक होता है। डॉ. रीना अग्रवाल ने कहा कि योग उठने से लेकर सोने तक की दिनचर्या में पूर्ण होता है। मन, बुद्धि और शरीर की स्थिरता ही योग है।
आर्ट ऑफ़ लर्निंग की डायरेक्टर डॉ. रीना अग्रवाल ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रत्यक्ष विजय, कृष्ण कुमार, राज्यवर्धन मोरे, ईशानी देशपांडे, सिद्धि जादौन, वंशिका, भाविन पारेख, महाबाहु सिंह, उमा महेश्वर राव, माने, ज्योति देओलकर और लक्ष्मी को ट्रेडिशन राउंड में चैंपियन घोषित किया गया।
इस अवसर पर पूर्णिमा खंडेलवाल, महावीर प्रसाद गुप्ता, जगदीश अग्रवाल, डॉ. प्रताप मुदलियार, दिनेश अग्रवाल, मनीष बंसल, पीयूष बंसल, वासुकि चक्रवर्ती, जगदीश मित्तल, सुरेश अग्रवाल, चंद्रप्रकाश विजय, वसुधा राजावत समेत कई लोग मौजूद रहे।