5 करोड रुपए से अधिक की जीएसटी चोरी पर जाना होगा जेल: विजय

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कोटा। टैक्स बार एसोसिएशन कोटा की ओर से रविवार को इनकम टैक्स और जीएसटी पर टेक्स सेमिनार का आयोजन एक होटल में किया गया। इस अवसर पर टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट राजकुमार विजय ने कहा कि कारोबारियों को अपना टैक्स ईमानदारी से भरना चाहिए। क्योंकि जीएसटी के अंदर 5 करोड रुपए से अधिक की जीएसटी चोरी करने पर जेल का प्रावधान है। साथ ही दूसरे व्यापारी द्वारा रिटर्न समय पर नहीं भरने पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ नहीं लिया जा सकता। अतः समय पर रिटर्न और अन्य कार्यवाही पूरी करनी चाहिए।

जयपुर के सीए पीसी परवाल ने बताया कि इनकम टैक्स की सर्च के दौरान पाई गई अवैध इनकम पर 138% तक टैक्स देना पड़ेगा। साथ अगर सिर्फ सर्वे हुआ है तो अवैध इनकम पर 78% इनकम टैक्स देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पार्टनरशिप फर्म के मामलों में पार्टनर की पूंजी के बराबर संपत्ति या नगद देने पर कोई टैक्स नहीं है। परंतु उससे ज्यादा भुगतान करने पर टैक्स देना पड़ेगा।

अनावश्यक स्क्रुटनी नोटिस से बचें
जयपुर से आए सीए राकेश सोमानी ने कहा कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पास करदाता की सभी सूचनाएं होती हैं। उनमें कुछ सूचनाएं गलत होती हैं और कुछ सही होती हैं। करदाता को सही विश्लेषण करके अपनी आय की घोषणा करनी चाहिए, जिससे विभाग द्वारा अनावश्यक स्क्रुटनी नोटिस से बचा जा सके। आयकर विभाग के पास टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी और एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट तथा 26 ए एस फार्म के माध्यम से करदाता को सभी सूचनाएं उपलब्ध करा दी गई है। उसका सही विश्लेषण करना अति आवश्यक है

जयपुर के ही सीए आयुष गुप्ता ने बताया की 1 जनवरी से टेक्सटाइल सहित विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं की दर बढ़ा दी गई है, जिससे व्यापक महंगाई बढ़ने वाली है। अब सरकारी ठेकों पर भी 12% की जगह 18% टैक्स वसूल किया जाएगा। जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट लेते समय यह ध्यान रखना होगा कि अगर कर मुक्त माल का उत्पादन और सेल कर रहे हैं तो कैपिटल गुड्स की इनपुट को रिवर्स करना होगा।

टैक्स बार एसोसिएशन की डायरेक्ट्री का विमोचन करते हुए।

डायरेक्टरी समन्वय का विमोचन
टैक्स बार एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य एडवोकेट एमएल पाटोदी एवं सीए सीएम बिरला की उपस्थिति में टैक्स बार एसोसिएशन मेंबर डायरेक्टरी समन्वय और सदस्यों के डिजिटल कार्ड का विमोचन किया गया। डिजिटल कार्ड में बारकोड के माध्यम से सभी सदस्यों की आवश्यक जानकारी एक ऐप के माध्यम से ऑनलाइन देखी जा सकेगी। कार्यक्रम का संचालन सीए हितेश दयानी ने किया अंत में सीए अतिशय जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।