होम लोन की ब्याज दरें सबसे निचले स्तर पर पहुंचीं, जानिए कितनी हुई

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मुंबई। देश में होम लोन की ब्याज दरें अब 2.5 प्रतिशत तक पहुंच गई हैं। अगर आप 27 लाख रुपए का लोन लेते हैं और इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई), टैक्स पर छूट जोड़ देते हैं तो आपको 2.5 प्रतिशत पर लोन मिल रहा है। अगर आप पीएमएवाई के योग्य नहीं हैं तो फिर यह दरें आपको 4 प्रतिशत तक हो सकती हैं।

हालांकि अगर कोई टैक्स छूट नहीं होती है तो फिर आपको यह ब्याज दर 6.80 पड़ेगी। यानी तीनों स्थितियों में होम लोन की ब्याज दरें इस समय ऑल टाइम लो पर हैं। यह उस स्तर पर है जो कभी नहीं हुआ था।

कैसे मिलेगा 2.5 प्रतिशत पर होम लोन
यह गणना 7.50 प्रतिशत के आधार पर है जो मार्च में ब्याज दर थी। अगर हम वर्तमान की 6.90 प्रतिशत की ब्याज दर की गणना करेंगे तो 2.9 की दर आपको 2.5 के करीब पड़ जाएगी। इस साल मार्च में होम लोन की यही दर थी। साल 2000 में आप 27 लाख के होम लोन पर 3.57 लाख रुपए ब्याज चुकाते थे। 2002 में यह 2.90 लाख रुपए हो गई और अब यह ब्याज राशि 1.85 लाख रुपए है।

साल 2000 में ऐसे कटता था मूलधन और ब्याज
इसी तरह 2000 में आपकी कुल ईएमआई पर साल भर में मूलधन (प्रिंसिपल अमाउंट) 27,630 रुपए कटता था। 2002 में 38,694 रुपए मूलधन कटने लगा लेकिन अब यह 1.50 लाख रुपए कटता है। आप साल 2000 में 32,775 रुपए टैक्स बचाते थे। 2002 में यह 53,550 रुपए हो गया। जबकि अब यह 108,150 रुपए हो गया। साल 2000 में इफेक्टिव (प्रभावी) ब्याज की दर 12 प्रतिशत हुआ करती थी।

साल 2002 में ब्याज दर 8.8 प्रतिशत हुई
2002 में यह 8.8 प्रतिशत हुई जबकि अब 2.9 प्रतिशत हुई। यह गणना 7.50 प्रतिशत पर है। अगर हम इसे 6.95 पर गणना करते हैं तो यह ब्याज दर 2.50 प्रतिशत पर पहुंच जाती है। दरअसल सीएलएसएस सब्सिडी के रूप में आपको 230,156 रुपए का लाभ मिलता है। जबकि ब्याज पर तमाम छूट भी साल में मिलती है। इस तरह से आपको कई तरह के लाभ मिलते हैं जो होम लोन में लागू होता है।

साल 2002 से 2004 के बीच दरों में तेजी से बदलाव
आंकड़े बताते हैं कि 23 दिसंबर 2003 से 9 फरवरी 2004 के बीच 2.99 लाख रुपए के लोन पर ब्याज दर 7.50 प्रतिशत हुआ करती थी। जबकि 3 लाख और उससे ज्यादा के लोन पर ब्याज दर 7.50 प्रतिशत होती थी। इसी तरह 10 फरवरी 2003 से 18 नवंबर 2004 के बीच 2.99 लाख रुपए के लोन पर ब्याज दर 7.75 प्रतिशत और 3 लाख से ऊपर के लोन पर ब्याज दर 7.25 प्रतिशत होती थी। 19 नवंबर 2004 से 15 जून 2005 के बीच 9.99 लाख के लोन पर ब्याज दर 7.75 प्रतिशत थी जबकि 10 लाख से ऊपर के लोन पर ब्याज दर 7.25 प्रतिशत थी।