हॉस्पिटेलिटी के हीरोः Covid-19 के खिलाफ़ जंग में होटल मालिक का योगदान

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कोटा। कोरोनावायरस (coronavirus) महामारी केे चलते राष्ट्रव्यापी लाॅकडाउन के बीच हमारे सामने कुछ ऐसी प्रेरक कहानियां आई हैं जो मानवता में भरोसा पैदा करती हैं। कोटा में मुश्किल स्थिति के बीच, जहां बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर भरी गर्मी के बीच अपने परिवार के लिए भोजन जुटाने और जिंदगी की कशमकश से जूझ रहे हैं, वहीं ओयो राधिका रिज़ाॅर्ट के मालिक नीरज कुमार त्रिवेदी ने एक ज़िम्मेदार होटल मालिक की भूमिका निभाते हुए सुनिश्चित किया है कि इस मुश्किल समय में कोई भी भूखा न रहे।

कोटा में नीरज कुमार लाॅकडाउन में फंसे मजदूरों को रोज़ाना भोजन उपलब्ध कराकर उनकी मदद कर रहे हैं। संकट में फंसे इन मजदूरों की मुश्किलों को देखकर नीरज ने ओयो से संपर्क किया, ताकि वे कुछ ज़रूरतमंद लोगों की मदद कर सकें। एक छोटी सी पहल अब इन ज़रूरतमंद लोगों के लिए बड़ी समाज सेवा बन गई हैं। ओयो होटल्स एण्ड होम्स के मार्गदर्शन में नीरज रोज़ाना 1000-1500 लोगों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस दौरान केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा जारी दिशानिर्देशों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा रहा है।

नीरज त्रिवेदी ने बताया ‘‘मैंने देखा कि कोविड-19 का किस तरह बुरा असर लोगों पर पड़ रहा है, जहां देखो बुरे हालात हैं। मैं अपनी क्षमता के अनुसार इन ज़रूरतमंदों की मदद करना चाहता था, सबसे पहले मैंने इसके लिए योजन बनाई ताकि कम से कम मुश्किल के साथ मैं इनकी मदद कर सकूं। मैं पिछले 2 सालों से ओयो के साथ जुड़ा हूं, मेरे कई होटल उनके साथ कार्यरत हैं, ऐसे में मैंने इस पहल के लिए ओयो से संपर्क किया। जब हमने ज़रूरतमंदों को भोजन देने की बात कही, तो टीम ने हमारी इस पहल का तहेदिल से स्वागत किया।’’

उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, ‘‘मेरे होटल के आस-पास दिहाड़ी मजदूरों के कई परिवार हैं, जो भोजन की कमी से जूझ रहे हैं। अपने ग्राउण्ड स्टाफ के सहयोग से मैं रोज़ाना 1000 से अधिक लोगों को भोजन वितरित कर रहा हूं। इस मुश्किल के समय में हम कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं। जब तक हो सके ज़रूरतमंदों की मदद करते रहेंगे।

लाॅकडाउन में एक बात तो साफ हो गई है कि अगर हम एक समुदाय के रूप में मिलकर काम करें, तभी इस तरह की पहल सफल हो सकती है। यह एक बड़ा काम था, ओयो टीम ने न केवल लाॅजिस्टिक्स के लिए मदद की बल्कि होटल स्टाफ को भी इसके लिए तैयार किया। वहीं इस महामारी के दौरान होटल का सैनिटाइज़ेशन किया तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के सभी नियमों का अनुपालन किया है।’’

Covid-19 के इस दौर में दुनिया में पहले से कहीं अधिक दयालुता और सहानुभुति आ गई हैं। इस तरह की दयालुतापूर्ण प्रयास समाज में मौजूदा कोविड-19 की नकारात्मकता से लड़ने में मदद करते हैं। नीरज जैसी कहानियां एकजुटता के लिए प्रेरित करती हैं। ये हाॅस्पिटेलिटी उद्योग द्वारा समाज के प्रति ज़िम्मेदारी निभाने का उल्लेखनीय उदाहरण है, जिस पर इस महामारी का सबसे ज़्यादा असर पड़ा है।