स्टॉकिस्टों की लिवाली बढ़ने से धनिया में मजबूती बनी रहेगी

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कोटा। घटी हुई कीमत पर भी स्टॉकिस्टों की लिवाली बढ़ने से यहां धनिया बादामी 200 रुपए तेज होकर 11,500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गया। हाल ही में इसमें 100 रुपए की मंदी आई थी। राजस्थान की रामगंज मंडी में नए धनिया की करीब 500 बोरियों समेत कुल पांच-साढ़े पांच हजार बोरियों की आवक होने तथा कीमत एक दिन पूर्व के स्तर पर ही बनी होने की खबर मिली। उधर, सटोरियों की चौतरफा लिवाली से सक्रिय वायदा 3.35 प्रतिशत या 352 रुपए उछलकर 10,852 रुपए पर पहुंच गया। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में धनिया मजबूत ही बना रहने की संभावना दिख रही है।

तुवर में तेजी की संभावना
रंगून में तुवर की तैयार फसल में पोल की खबर आ रही है। दूसरी ओर घरेलू फसलें पूरी तरह निपट चुकी हैं, उनके पड़ते उत्तर भारत के लिए नहीं लगने से जलगांव, अकोला, खामगांव लाइन में ही खप रही हैं, दूसरी और कर्नाटक का भी माल इस बार नहीं आ पाया, क्योंकि वहीं की लोकल दाल मिलों में माल की कमी से मिलिंग में चला गया है। इधर आने वाली रबी फसलों की भी स्थिति ठीक नहीं है, इन परिस्थितियों में नई-पुरानी लेमन तूवर 6500/6550 रुपए बिक रही है, इसमें बाजार जल्दी 200/300 रुपए बढ़ जाएंगे।

बिनौला खल में तेजी नहीं
पशु आहार वालों की मांग घटने तथा आपूर्ति सुधरने से बिनौला खल के भाव 3500/3750 रुपए प्रति क्विंटल पर सुस्त रह गए। उत्तर भारत की मंडियों में बिनौले के भाव 3700/3900 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत रहे। बिनौले में नरमी का रुख होने के कारण भी मजबूती को बल मिला। हाल ही में आई भारी तेजी को देखते हुए आने वाले दिनों में इसमें और ज्यादा बढ़ने की संभावना नहीं है बाजार वर्तमान भाव के आसपास ही रुका रह सकता है।

सरसों में तेजी के आसार कम
तेल मिलों की मांग निकलने तथा बिकवाली कमजोर होने से सरसों के भाव 7200/7300 रुपए प्रति क्विंटल पर टिके रहे। आगरा लाइन में इसके भाव 8800 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। देश के विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक 5.5 लाख बोरी के लगभग दैनिक होने लगी है। वैश्विक बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतों में आई तेजी के कारण बिकवाली कमजोर होने से सरसों की मजबूती को बल मिला। आने वाले दिनों में इसमें और ज्यादा बढ़ने की संभावना नहीं है बाजार घट सकता है।