शोभायात्रा में उमड़ा जैन समाज, रक्तदान, दिव्यांग और चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन

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भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव

कोटा। सकल दिगम्बर जैन समाज कोटा महानगर द्वारा देवाधिदेव जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव रविवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। सर्वप्रथम शहर से अधिकांश इलाक़ों में स्थित जैन मंदिरों से प्रातः साढ़े 5 बजे से प्रभात फेरी निकाली गई।

प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि प्रात: 7.30 बजे से शोभायात्रा का आयोजन तलवंडी जैन मंदिर से दशहरा मैदान तक किया गया। दशहरा मैदान में भगवान महावीर का अभिषेक, अर्घ्य समर्पित,सम्मान समारोह, रक्तदान, दिव्यांग व चिकित्सा शिविर, पक्षियों के लिए परिण्डे वितरण आदि का आयोजन किया गया।

अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि चर्या शिरोमणि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के शिष्य आदित्य सागर महाराज ससंघ व गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ससंघ के प्रवचन हुए। कार्याध्यक्ष जेके जैन ने बताया कि विशिष्ट सेवा कार्य करने वाले 6 लोगो को प्रशस्ति पत्र माला व शाल देकर सम्मानित किया।

महामंत्री विनोद जैन टोरडी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष विकास जैन अजमेरा ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रहे। कार्यक्रम का संचालन अमित सोगानी एवं पीके हरसोरा ने किया। इस अवसर पर आदित्य सागर महाराज द्वारा रचित आध्यात्मिक 4 साहित्य पुस्तकों का विमोचन किया गया। पुस्तक आध्यात्मिक नीति प्रबंधन की 1500 प्रतियां पुष्पा जेके जैन के सहयोग से प्रकाशित की गई।

जैन समाज के सिद्धांतों को आगे बढाए समाज
मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ने जैन समाज को भगवान महावीर के सिद्धांत जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। उनके द्वारा दिये गये अहिंसा के संदेश को अपना कर सम्पूर्ण विश्व में परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शरीर को आहार की जरूरत होती है उसी प्रकार धर्म को भी संस्कारों की जरूरत होती है। भगवान महावीर द्वारा दुनिया को अहिंसा का मूल मंत्र दिया था उसे आज मन, कर्म और वचन के माध्यम से जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।

भगवान के पुण्य नहीं पुरुषार्थ देखे
आदित्य सागर महाराज ससंघ ने कहा कि आज हजारो वर्ष बाद भी भगवान महावीर के जयकारे लग रहे हैं। देश दुनिया उनका जन्म कल्याणक मना रही है, परन्तु हमें उनके पुण्य और ख्याति नहीं उनका पुरुषार्थ देखना है कि वह नर से नरसिम्हा कैसे बने। जो दूसरों के हितों के लिए जीवन जीते हैं, वहीं श्रेष्ठ जीवन है। सभी के आग्रह पर आचार्य ने चातुर्मास कोटा में करने पर सहमति प्रदान की।

जन्म से बनते हैं जन्मकल्याणक
गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ससंघ ने कहा कि जो दूसरो के लिए जीते हैं और दूसरों के हितों के लिए अपने जीवन को लगा देते हैं, उनके जन्म दिन ही जन्म कल्याणक बनते हैं। उन्होंने कहा कि अपने गुणों और व्यवहार से महावीर इतने ऊंचे उठे कि वह मनुष्य जन्म में भगवान बने। उन्होने कोटा वासियों को भुगकामनाएं देते हुए कहा कि कोटा में एकजुटता का परिचय महावीर जयंती पर दिया जाता है जिसकी ख्याति दूर तक है।

प्री वेडिंग फोटोशूट का बहिष्कार
सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने समाज को निर्देशित किया कि आज समाज में शादी के लिए बनने वाली वीडियो शूटिंग समाज में नासूर का काम कर रही है। अनावश्यक व्यय को बढा रही है। समाज इसका विरोध और बहिष्कार करता है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि अहिंसा व सत्य के मार्ग पर चलकर हर कठिनाई व बाधा को दूर किया जा सकता है।

अभिषेक में जुटा जैन समाज
सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि देवाधिदेव जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्‍सव पर शोभायात्रा से दशहरा मैदान पहुंचने पर भगवान महावीर को 8 द्रव्य  समर्पित किए। मंगलाचरण के पश्चात स्थापना, जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेध, दीप, धूप, अर्घ, गर्भ कल्याण, तप कल्याण, ज्ञान कल्याण, मोक्ष कल्याण व जयमाला,आ.विराग सागर का अर्घ्य अर्पित किया गया। कार्याध्यक्ष जे के जैन ने बताया कि इस अवसर मुख्य अतिथि ओम बिरला ने  भागचंद टोंग्या, मनोज जैसवाल, संजय कुमार जैन निर्माण, अनिल ठोरा, अंजलि जैन व मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डा.संगीता सक्सेना को प्रशस्ति पत्र, माला व साफा पहनाकर सम्मानित किया।

दिगंबर जैन सोशल ग्रुप कोटा मेन द्वारा रक्तदान शिविर  व चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्ष अध्यक्ष उत्सव बड़जात्या व सचिव कुलदीप जैन ने बताया की शिविर में 285 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। शिविर में अकलंक शोध संस्थान द्वारा पाण्डुलिपि संग्रहण व संवर्धन की प्रदर्शनी भी लगाई गई।

शोभायात्रा में उमड़ा श्रद्धा का ज्वार
शोभायात्रा के संयोजक रितेश सेठी व प्रकाश बज ने बताया कि शोभायात्रा सुबह 7.30 बजे श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर तलवंडी से से प्रारंभ होकर परशुराम सर्किल,सुवी नेत्र चिकित्सालय होती हुई जवाहर नगर के मार्ग पर प्रशस्त हुई। जिसमे जैन ध्वज लिए समाज के लोग शामिल रहे। अशोक पहाड़िया व प्रकाश बज ने बताया कि शोभायात्रा में 5 श्वेत अश्व उन पर धर्म पताका लिए समाजबंधु। पीछे चलती ऊंटगाडियां और और बग्ग्यिां में सवार इंद्र-इंद्राणी जिनके साथ नाचता व गाता अपार जनसमूह। भगवान महावीर स्वामी को रथ में विराजित कर समाज बंधुओं के द्वारा खींचा गया। शोभायात्रा में रथ पर जिनवाणी एवं कई झांकियां भी थी। मार्ग में 108 जगहों पर तोरण द्वार व रंगोली सजाई गई। शोभायात्रा मार्ग को दुल्हन की तरह सजाया गया था। रात में समूचा मार्ग रंग बिरंगी लाइटों की रोशनी से सराबोर कर दिया गया था।

स्वागत में खाने-पीने पर पाबंदी
प्रसार मंत्री राजकुमार लुहाड़िया ने बताया कि इस बार शोभायात्रा मार्ग में खानपान पर रोक लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि शोभायात्रा के मार्ग में जगह-जगह पर स्वागत के लिए खाने-पीने की चीजें मीठे रेपर, शेक, शरबत, आइसक्रीम, मिठाई आदि वितरित करने से गंदगी के साथ उनमें सूक्ष्म जीव चीटियां, मक्खियां आदि चिपक जाते हैं, उनके ऊपर से लोग गुजरते हैं और दूसरे दिन प्रातःकाल में उसे कचरे के ढेर में जला दिया जाता है, जिससे जीव हिंसा का घोर दोष लगता है।

इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी के स्टेट चैयरमेन राजेश कृष्ण बिरला, विधायक संदीप शर्मा, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन मडिया, पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, रेडक्रॉस सोसाइटी के स्टेट सेक्रेटरी जगदीश जिंदल, नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, सकल दिगम्बर जैन समाज समिति के अध्यक्ष विमल चंद जैन नान्ता, कार्याध्यक्ष जेके जैन, कार्याध्यक्ष प्रकाश बज, महामंत्री विनोद जैन टोरडी, प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ, राजमल पाटौदी, विकास अजमेरा, अशोक पहाड़िया, प्रकाश सामरिया, राजकुमार लुहाड़िया, कपिल जैन, नरेश जैन वैद, अशोक पाटनी, मनोज टोंग्या, विजय दुगेरिया, रितेश जैन सेठी, जिनेन्द्र पापडीवाल, गुलाबचंद चुनेवाला, मनीष जैन, अंकित जैन, पारस जैन, योगेश सिंघम, मनोज टोंग्या आदि जैन समाज के प्रबुद्ध लोग दशहरा मैदान में उपस्थित रहे।