व्यापार महासंघ ने राष्ट्रपति मुर्मू को कोटा में हवाई सेवा में सहयोग के लिए लिखा पत्र

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द्रोपदी मुर्मू के राष्ट्रपति निर्वाचित होते ही हाड़ौती के व्यापारियों एवं उद्यमियों की यादें हुई

कोटा। द्रोपदी मुर्मू के राष्ट्रपति निर्वाचित होते ही हाड़ौती के व्यापारियों एवं उद्यमियों की यादें ताजा हो गई। कोटा व्यापार महासंघ ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को कोटा में हवाई सेवा का मार्ग प्रशस्त करने की बात स्मरण कराई है।

वे झारखंड की राज्यपाल रहते हुए 24 फरवरी 2019 को हाड़ौती दौरे पर आई थीं। उन्होंने रामगंजमंडी क्षेत्र के धनिया, स्टोन उत्पादन के अवलोकन के बाद हाडौती क्षेत्र के कृषि एवं खनन उद्योग का भी अवलोकन किया था। साथ ही यहां की भौगोलिक स्थिति की सराहना की थी।

हाड़ौती के व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों के झारखंड की तत्कालीन राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के सम्मान समारोह में कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा था कि हाड़ौती में चावल, धनिया, लहसुन एवं गेहूं आदि का बहुतायत में उत्पादन और निर्यात होता है। साथ ही कोटा स्टोन एवं सेंड स्टोन का भी भारी मात्रा में उत्पादन एवं निर्यात भी इस क्षेत्र से होता है।

उन्होंने द्रोपदी मुर्मू को बताया कि कोटा कोचिंग, कोटा डोरिया साड़ी ने पूरे देश में अपनी अलग पहचान बना रखी है, लेकिन कोटा में हवाई सेवा के अभाव में यहां का व्यापारिक एवं औद्योगिक विकास अवरुद्ध है। उन्होंने कहा था कि इस क्षेत्र के विकास के लिए कोटा में हवाई सेवा के लिए वह प्रधानमंत्री से वार्ता करें।

इस दौरे के दौरान द्रोपदी मुर्मू पूरे दिन रामगंजमंडी माइनिंग क्षेत्र एवं धनिया उत्पादन क्षेत्र का दौरा कर व्यापारियों, उद्यमियों एवं श्रमिकों से रूबरू हुई थी। द्रोपदी मुर्मू ने उस समय हाडौती के विकास के लिए कोटा में हवाई सेवा की आवश्यकता को महत्त्वपूर्ण बताते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री से वार्ता करने का आश्वासन भी दिया था।

कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि उन्हें उस समय नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के साथ दिनभर रहने का सौभाग्य मिला। वह सजग व सरल विद्वान व्यक्तित्व की धनी हैं। उनका राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होना सौभाग्य की बात है।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई पत्र प्रेषित कर कोटा में हवाई सेवा के मार्ग को प्रशस्त करने में सहयोग करने की बात याद दिलाई है ।