व्यापारी एवं उद्यमी पैक्ड फूड सामग्री में गुणवत्ता का ध्यान रखें: कोटा व्यापार महासंघ

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कोटा। Seminar on packed food items: एफओपीएल पर एक राज्य स्तरीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन स्टेशन रोड स्थित एक होटल पर किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि पैक्ड फूड के व्यापारी एवं उद्यमी फूड सामग्री में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें।

उन्होंने कहा कि साथ ही फूड एक्ट के नियम इतने कठोर होते हैं कि सैंपल लेने के दौरान कभी-कभी सेम्पल सही होने पर भी उसको गलत बता दिया जाता है, जिससे व्यवसाइयों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अतः फूड एक्ट के नियमों में सरलीकरण हो, ताकि फूड प्रोडक्ट के व्यवसाय में भी बढ़ोतरी हो सके।

उन्होंने निर्माताओं से अनुरोध किया कि पैक्ड फूड में शामिल होने वाले सामग्री की मात्रा की जानकारी सरल भाषा में लिखी जाए, ताकि लेने वाले व्यक्ति को उसके बारे मे पूरी जानकारी मिल सके। कोटा व्यापार महासंघ शीघ्र ही इसके लिए एक कार्यशाला का आयोजन करेगा, जिससे युवा पीढ़ी को होने वाली कई बीमारियों से बचाया जा सकेगा।

सीएमएचओ डॉक्टर जगदीश सोनी ने कहा कि देश में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर हाईपरटेन्शन से सर्वाधिक मौत हो रही है। इसका कारण धूम्रपान नशे का सेवन एवं तम्बाकू सेवन के साथ साथ बाजारों में बिकने वाले जंक फूड एवं पैक्ड फूड है, जिनका प्रचलन आज भारी मात्रा में हो रहा है।

पूर्व महापौर डॉ. रत्ना जैन ने कहा कि आजकल नौजवान व बच्चों में पैक्ड फूड एवं जंक फूड खाने का रुझान काफी मात्रा मे बढ गया है, जिससे छोटी उम्र में बच्चे कई बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।

डॉक्टर एस पांडे ने बताया कि देश में प्रति घंटे 700 मौत गैर संचारी रोग के कारण हो रही है। डायबिटीज, हाइपरटेन्शन, ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक मुख्य है। यह बीमारियां नशे के सेवन से हो रही हैं।  हमें उन्हें रोकना है, जिसके लिए हमें नौजवान पीढ़ी एव बच्चो को इन के इष्प्रभाव के साथ जंक फूड,  पैकट फूड के बारे में होने वाले नुकसान  के बारे मे बताना है। 

डॉक्टर आरसी साहनी ने बताया कि आज देश में जो मौतें हो रही हैं, वह सर्वाधिक तंबाकू, नशे एवं धूम्रपान के कारण हो रही है। नौजवान पीढ़ी को जो बीमारियां लग रही है वह गलत खानपान के कारण हो रही है।  इसको रोकने के लिए हमें जन अभियान चलाकर प्रत्येक में जन जागृति पैदा करनी होगी।

कट्स इंटरनेशनल जयपुर के सह निदेशक दीपक सक्सेना, रामकृष्ण शिक्षण संस्थान के सचिव युधिष्ठिर चॉनसी ने बताया कि इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित करने का उद्देश्य राज्य के हितकारको को एफओसीएल  के महत्त्व एवं तंबाकू नशा एवं जंक फूड के सेवन और इससे होने वाली बीमारियों के बारे में जागृत करना है।