विकास के साथ हमें वनों को भी बचाना होगा

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कोटा। विश्व वानिकी दिवस एवं जल संरक्षण दिवस पर स्मृतिवन अनंतपुरा में वन विभाग एवं स्मृतिवन सलाहकार समिति के सदस्यों ने नएं पौधारोपण कर पूर्व में रोपित पौधों को पानी पिलाया। उप वन संरक्षक जोधराज सिंह हाड़ा ने इस अवसर पर कहा कि जंगल कम होने से धरा पर पानी का संकट उत्पन्न हो गया। विश्व स्तर पर इसे मनाना पड़ रहा है। विकास के साथ संतुलन कायम करते हुए वनों को भी बचा कर रखना होगा।

समिति के सचिव बृजेश विजयवर्गीय ने कहा कि पेड़ और जल का सीधा संबंध है। दोनों को अस्तित्व एक दूसरें पर निर्भर है। कोटा में बनने वाला यह स्मृतिवन हरियाली के दृष्टिकोण से महा आॅक्सीजोन का रूप लेगा। जन सहभागिता बढ़ रही और वन विभाग के प्रति भी लोगों का सकारात्मक सोच विकसित होगा।

अर्थशास्त्री प्रो गोपाल धाकड़ ने वनों के विनाश पर चिंता जताते हुए कहा कि जनता को वनों के संरक्षण के लिए आग आना होगा,तथी सही अर्थों में विकास आगे बढ़ेगा। वरिष्ठ नेता डाॅ एलएन शर्मा ने कहा कि अनंतुपरा में वन विभाग अपनी जमीन को बचाने और हरियाली विकसित करने का चुनौतीपूर्ण कार्य कर रहा है।

समाजसेवी गीता दाधीच ने कहा कि वनों को बचाने से ही जल मिलेगा।वन और जल दिवस एक ही दिन के अंतर् से मनाये जाते हैं। इस अवसर पर समाज सेवी संजीव झा एवं वन विभाग के वन पाल अशोक चैधरी आदि वन विभाग के कर्मचारीगण मौजूद रहे।