वायु प्रदूषण से भी होता है सर्दी जुकाम

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वॉशिंगटन |अगर आपको बिना सर्दी के सालभर तक जुकाम रहता है तो इसकी वजह वायु प्रदूषण हो सकता है। वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में बताया कि वायु प्रदूषण श्वसन तंत्र को क्षति पहुंचाता है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदूषित हवा से नाक में सूजन हो जाती है। इससे नाक बहने लगती है, लेकिन लोगों को लगता रहता है कि उन्हें सर्दी से जुकाम हुआ है। अमेरिका के जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने चूहों पर परीक्षण किया। उन्होंने देखा कि प्रदूषित हवा से चूहे की नाक के श्वसन तंत्र का ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि वायु प्रदूषण से अस्थमा जैसी श्वसन समस्याएं तो सामने आई थीं, लेकिन यह पहली बार है जब नाक में सूजन की समस्या का पता चली है। प्रमुख शोधकर्ता डॉ. मुर्रे रामनाथन ने कहा, नई दिल्ली और बीजिंग जैसे शहरों में जहां लोग लकड़ी का कोयला जलाते हैं और फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं को हवा में छोड़ देते हैं, वहां लोगों में पुरानी साइनस की समस्या विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 38 सप्ताह के चूहे को हफ्ते में पांच दिन 16 हफ्ते तक बिना फिल्टर की हवा दी। इसके बाद देखा कि इन चूहों में सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या ज्यादा मिली और उनमें सूजन का भी उच्च स्तर देखने को मिला। इन परीक्षण से पता चलता है कि जिन चूहों ने प्रदूषित वायु में सांस ली थी, उनकी नाक के अंदर की सतह सामान्य चूहों के मुकाबले 30 से 40 फीसदी मोटी हो गई थी।