रबी फसलों की बुवाई शुरू, तिलहन का रकबा 70 प्रतिशत अधिक

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नयी दिल्ली। सर्दियों में बोई जाने वाली रबी फसलों की बुवाई शुरू हो गई है और तिलहन फसलों की बुवाई का रकबा पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस बार 70 प्रतिशत बढ़कर 14.61 लाख हेक्टेयर हो गया है। फसल वर्ष 2018-19 (जुलाई-जून) के रबी सत्र में अब तक 18,000 हेक्टेयर में गेहूं बोया गया है, जो रकबा पिछले साल की समान अवधि में 2,000 हेक्टेयर था।

रबी फसलों की बुवाई अक्टूबर से शुरू होती है और मार्च में इसकी कटाई होती है। गेहूं मुख्य रबी फसल है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “आने वाले सप्ताहों में गेहूं की बुवाई तेजी से बढ़ेगी। अभी, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में बुवाई की सूचना है।”

सर्दियों की फसलों में, तिलहनों की बुवाई बेहतर है क्योंकि किसानों ने अभी तक 14.61 लाख हेक्टेयर में इसकी खेती की है। बेहतर समर्थन मूल्य के कारण इसमें से अधिकतर तिलहन फसल में रैपसीड और सरसों बीज फसल की बुवाई की गई हैं। पिछले साल की समान अवधि में, 8.60 लाख हेक्टेयर में तिलहन बुवाई की गई थी।

इस रबी सत्र में दलहन मामले में, खेती का रकबा अब तक काफी कम यानी 7.30 लाख हेक्टेयर ही है, जो पिछले साल की समान अवधि में 24.17 लाख हेक्टेयर था। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि मोटे अनाजों की बुवाई सिर्फ पांच लाख हेक्टेयर में की गई है जो पिछले साल की समान अवधि में 9.47 लाख हेक्टेयर थी।

धान की बुवाई इस बार 3.13 लाख हेक्टेयर में की गई है जो पिछले साल की समान अवधि में 4.22 लाख हेक्टेयर में बोया गया था। अधिकारी ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के देरी से लौटने से मिट्टी की नमी में सुधार हुआ है जो कई राज्यों में रबी फसलों की बुवाई को बढ़ावा देगा।