फ्लोर मिलों की मांग से गेहूं की घरेलू मांग सुधरी; दिल्ली, यूपी में 20 रुपये की तेजी

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नई दिल्ली। गुरुवार से नवरात्रि की शुरूआत होने के साथ ही गेहूं की घरेलू मांग में सुधार देखने को मिलने लगा है। फ्लोर मिलों की मांग और मैदा-सूजी में तेजी से गेहूं के भाव दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 20 रुपये तक सुधर गए। हालांकि नवरात्रि के पहले दिन मध्य प्रदेश और राजस्थान की अनेक मंडियां बंद रहने के कारण वहां कारोबारी गतिविधियां नहीं दिखीं। मंगलवार को गेहूं के भाव को निर्यात मांग से समर्थन मिल रही थी। अब उम्मीद है कि घरेलू मांग बाजार को दिशा देगा।

व्यापारियों का अनुमान है कि अगले हफ्तों में गेहूं के भाव बढ़ते रहेंगे।दिल्ली में गेहूं 2040-2060 रुपये प्रति क्विटल (मिल पहुंच) पर 20 रुपये सुधरकर बिक रहा है। दिल्ली की मंडियों में स्थानीय मिलों की मांग मिलों की ओर से मजबूत रही। फ्लोर मिलों ने नवरात्रि शुरू होते ही गेहूं की खरीद बढ़ा दी है क्योंकि मैदा और सूजी की मांग बढ़ने की संभावना है। आज पहले ही दिन ही फ्लोर मिलों ने मजबूत मांग के चलते मैदा और सूजी के दाम 20 रुपये प्रति बोरी (बोरी 90 किलो) बढ़ाकर दिए। दिल्ली में आज लारेंस रोड पर आवक 7000 बोरी (50 किलो प्रति बोरी) की रही।

दिल्ली की सभी मंडियों और डायरेक्ट मिलों और चक्की वालों की सप्लाई जोड़कर दिल्ली में आवक 30-35 हजार बोरी होने का अनुमान है।बरेली सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी गेहूं 10 रुपये सुधर गया। कई दिनों की तेजी के बाद बुधवार को गेहूं में हल्की नरमी आई थी। लेकिन आज फिर भाव 10 रुपये प्रति क्विटल बढ़ गए। व्यारियों के अनुसार गेहूं की फ्लोर मिलों की ओर से मांग बढ़ गई है।

कानपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिणी यूपी के बुंदेलखंड क्षेत्र में गेहूं 20 रुपये प्रति क्विटल तक बढ़ गया। व्यापारियों के बताया कि बुंदेलखंड रीजन में कांडला पोर्ट के निर्यातकों की मांग लगातार निकल रही है। अब स्थानीय और दूसरे राज्यों की फ्लोर मिलों की भी मांग बढ़ गई है। यूपी के पूर्वी क्षेत्र से महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा दक्षिण भारत को गेहूं की सप्लाई हो रही है।

पश्चिमी यूपी से दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा सहित उत्तरी भारत को सप्लाई होती है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और राजस्थान में नवरात्रि के पहले दिन तमाम मंडियां बंद रही। इसके कारण इन क्षेत्रों में कारोबार सीमित रहा।