नई दिल्ली। रेलवे यात्रियों की सुरक्षा और आरामदायक सफर के लिए ट्रेनों में स्मार्ट कोच लगाने जा रहा है। ये कोच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम से लैस होंगे। इसमें सुरक्षा के लिए दो और सुविधाओं के लिए 6 बदलाव किए गए हैं। इसमें लगा एआई सिस्टम संदिग्ध चेहरों को पहचानकर सीधे कंट्रोल रूम को सूचना देगा।
इस सिस्टम में देशभर के अपराधियों की जानकारी और फोटो क्लाउड इंटरनेट के सहारे जोड़े गए हैं। कोच में नाइटविजन के 4 मेगा पिक्सल कैमरे लगे हैं। यह कैमरे कोच में चढ़ने वाले यात्रियों के फोटो को सिस्टम में उपलब्ध अपराधियों के डेटा से मिलान कर अवांछित तत्व के होने पर सीधे आरपीएफ के कंट्रोल रूम को सूचना दे देगा।
यही नहीं, कोच में चढ़ने वाले किसी यात्री के पास कोई हथियार हो, तो इसकी सूचना भी कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। इसके अलावा कोच में ऐसे सेंसर सिस्टम लगाए गए हैं, जो यह बता देते हैं कि कोच में पानी खत्म हो गया है, पहिया गर्म हो गया है या फिर कोच में किसी तरह की अन्य खराबी आ गई है। सूचना भी अगले स्टेशन पर सीधे स्टेशन मास्टर के पास पहुंच जाएगी।
इससे समय की बचत होगी और सुविधाओं के लिए यात्रियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। उत्तर रेलवे अगले तीन महीनों में 100 ट्रेनों में ऐसे कोच लगा देगा। दिल्ली से आजमगढ़ के बीच चलने वाली ट्रेन कैफियत एक्सप्रेस में इसका ट्रायल किया जा रहा है।
यह कोच पैसेंजर इंफॉर्मेशन एंड कोच कंप्टयूर यूनिट से लैस है। कोच में लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग गूगल क्लाउड्स पर रिकॉर्ड होगी। अधिकारी ट्रेन का लाइव स्टेटस मोबाइल फोन या लैपटॉप पर भी देख सकेंगे।
जानिए और क्या जानकारी मिलेगी
- संदिग्ध चेहरे और हावभाव पहचान लिए जाएंगे
- कोच में पानी खत्म होने की सूचना मिलेगी
- पहिए की खराबी को पहले ही बता देगा
- ट्रेन में कैमरों से लाइव स्टेटस पता चलेगा
- गूगल क्लाउड पर होगी इसकी रिकॉर्डिंग
- अधिकारी इसे मोबाइल पर भी देख सकेंगे
- जीपीएस से लोकेशन भी पता चल जाएगी
- आपात स्थिति में तुरंत मदद उपलब्ध होगी