कोटा / रिश्वत के मामले में फरार जिला प्रमुख गिरफ्तार

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कोटा। रिश्वत केस में फरार चल रहे कोटा जिला परिषद के जिला प्रमुख सुरेंद्र गोचर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गुरूवार को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से चार फरवरी तक जेल भेज दिया गया। इससे पहले एसीबी ने गत 13 दिसंबर को जिला प्रमुख के निजी सहायक चंद्रप्रकाश गुप्ता को 25 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

आरोपी सीपी गुप्ता ने रिश्वत की यह रकम काल्याखेड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच शिव कुमार पांचाल से वित्तीय स्वीकृति जारी करने की एवज में ली थी। तब एसीबी के अनुसंधान के दौरान जिला प्रमुख सुरेंद्र गोचर की भूमिका होने के पुख्ता सबूत मिले थे। लेकिन गिरफ्तारी के डर से सुरेंद्र गोचर फरार हो गया था। इसके बाद सुरेंद्र गोचर को एसीबी ने गुरूवार को गिरफ्तार किया। इस दौरान जिला प्रमुख सुरेंद्र हंसता मुस्कुराता रहा।

रिश्वत के इस प्रकरण में जिला परिषद की निर्माण शाखा में पदस्थापित कनिष्ठ सहायक कमलकांत का भी नाम सामने आया था। वह भी फरार हो गया था। आपको बता दें कि यह कार्रवाई कोटा एसीबी के एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील के निर्देशन पर पुलिस इंस्पेक्टर दलबीर सिंह फौजदार के नेतृत्व में एसीबी टीम ने की थी। जिन्होंने परिवादी की शिकायत पर 13 दिसंबर को जिला प्रमुख सुरेंद्र गोचर के पीए चंद्रप्रकाश गुप्ता को जीएडी सर्किल स्थित जिला परिषद कार्यालय से गिरफ्तार किया था।

जिला प्रमुख कांग्रेस से निष्कासित
भ्रष्टाचार के मामले में कोटा जिला प्रमुख सुरेन्द्र गुर्जर की गिरफ्तारी होने के बाद गुरुवार को कांग्रेस हाईकमान ने उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी के प्रदेश संगठन महासचिव महेश शर्मा ने बताया कि गिरफ्तारी की सूचना पर उसे तत्काल पार्टी से निकाल दिया है।कुछ दिन पहले उनके भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायत मिली थी, जिसकी जांच चल रही थी। इसी बीच गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही कार्रवाई कर दी गई।