कृषि महोत्सव में किसानों को सिखाएंगे स्मार्ट खेती की तकनीक

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विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञ देंगे खाद्य प्रसंस्करण से लेकर पशुपालन की टिप्स

कोटा। जलवायु के अनुरूप किसान स्मार्ट खेती करते हुए कैसे उत्पादन और आय बढ़ा सकते हैं, खेती के साथ आय बढ़ाने के लिए कृषक किस प्रकार खाद्य प्रसंस्करण और पशु पालन कर सकते हैं, ऐसे ही अनेक विषयों पर किसानों को विशेषज्ञ और वैज्ञानिक टिप्स देंगे। मौका होगा लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर आयोजित किए जा रहे कृषि महोत्सव का।

दशहरा मैदान में 24 और 25 जनवरी को होने जा रहे कृषि महोत्सव में किसानों को खेती और पशु पालन से जुड़े विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर विशेष प्रकार के तीन सभागार कक्ष भी बनाए जाएंगे। इन सभागार में 24 जनवरी को दो-दो सत्रों तथा 25 जनवरी को 4-4 सत्रों का आयोजन किया जाएगा। इस प्रकार 18 प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में से अपने पसंद के कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे।

पहले दिन होने वाले प्रशिक्षण सत्रों में किसानों को जलवायु स्मार्ट खेती पद्धतियों, फसल उत्पादन में गुणवत्ता युक्त बीजों का योगदान, टिकाऊ खेती में नैनो यूरिया का महत्व, आंवला और अमरूद की उन्नत खेती, भेड़ पालन जैसे छह विषयों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे।

दूसरे दिन 25 फरवरी को उद्यानिकी फसलों की संरक्षित खेती, प्राकृतिक खेती के सिद्धांत, मोटे अनाज के मूल्य सवंर्धित उत्पाद सहित खेती से जुड़े 12 विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण मिलेगा। इसके साथ उन्हें सरकार की ओर से किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की योजनाओं, राष्ट्रीय कृषि बाजार, किसान उत्पादक संगठन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

‘कड़कनाथ‘ पालन की मिलेगी जानकारी: प्रशिक्षण सत्रों में किसानों और पशुपालकों को कुक्कुट पालन में विशेष तौर पर कड़कनाथ प्रजाति के कुक्कुट पालन की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ मधुमक्खी पालन, बकरी पालन तथा पशुओं में होने वाले प्रमुख रोगों और उनके उपचार के बारे में भी बताया जाएगा।

प्रशिक्षण देने देश भर से आएंगे विशेषज्ञ: किसानों को उनसे जुड़े विषयों पर प्रशिक्षण देने के लिए देशभर से विशेषज्ञ और वैज्ञानिक कोटा आएंगे। इनमें आईसीएआर भोपाल, दिल्ली, जयपुर, झाबुआ, कोटा सहित अन्य शहरों के विशेषज्ञ और वैज्ञानिक शामिल हैं।