कांग्रेस जीतने के डर से बागी हुए राजावत बीजेपी में लौटे, दिया कल्पना देवी को समर्थन

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    दिनेश माहेश्वरी-
    कोटा।
    Bhawani Singh Rajawat returned to BJP: लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के पूर्व विधायक रहे भवानी सिंह राजावत ने फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया है। चुनाव में पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर राजावत ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। जिसके बाद पार्टी ने कठोर निर्णय लेते हुए राजावत को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। लेकिन फिर से राजावत की घर वापसी होने के बाद आज पार्टी के पदाधिकारियों ने उन्हें सदस्यता ग्रहण करवा दी है।

    सदस्यता ग्रहण करने के बाद राजावत ने अपना पूरा समर्थन भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी को देने का भी ऐलान कर दिया है। साथ ही कल्पना देवी से भी राजावत समर्थकों को अपना मानने की अपील की हैं। भवानी सिंह राजावत ने कहा कि जब पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया था तो लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र की जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए राजावत ने निर्दलीय चुनाव लडने का ऐलान कर दिया था और नामांकन भी दाखिल कर दिया था।

    लेकिन कहीं न कहीं उनको इस बार कांग्रेस पार्टी के जीतने का डर लग रहा था। जिसके बाद राजावत ने अपने समर्थको से बातचीत कर घर वापसी करने का मन बना लिया और पार्टी के पदाधिकारियों से बातचीत शुरू कर दी। जिसके बाद राजावत ने भाजपा का दामन थामकर पार्टी के पक्ष में काम करने का एलान कर दिया।

    बिरला ने मनाया राजावत को
    लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा में मोदी की सभा से साढ़े तीन घंटे पहले बीजेपी के पूर्व विधायक और लाडपुरा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ भवानी सिंह राजावत को मना लिया। राजावत ने मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी के समर्थन में जुटकर काम करने की बात कही है। सोमवार देर रात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से राजावत की मुलाकात हुई। आधे घंटे चली बातचीत के बाद मंगलवार सुबह राजावत ने चुनाव न लड़कर बीजेपी को समर्थन देने की बात कही।

    15 साल से लाडपुरा में नहीं जीती है कांग्रेस
    आपको बता दे कि कोटा जिले में लाडपुरा विधानसभा सीट सबसे हॉट सीट मानी जाती है। यहां से कांग्रेस पिछले 15 सालों में अपनी जगह नहीं बना पाई है। पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत भी इसी सीट से चुनाव लडते आ रहे हैं और जीत रहे हैं। लेकिन पिछले चुनाव में भाजपा ने कल्पना देवी को टिकट दिया था। जो की चुनाव जीतकर विधायक बनी हैं और इस बार भी पार्टी ने कल्पना देवी को ही प्रत्याशी बनाया है। लेकिन राजावत ने इस चुनाव में कल्पना देवी को विरोध कर निर्दलीय चुनाव लडने की घोषणा कर दी थी। राजावत ने कहा कि उनकी घर वापसी से अब कांग्रेस का इस सीट से जीतने का सपना टूट जाएगा।