एडीबी ने वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत का वृद्धि दर अनुमान बढ़ाकर 6.7% किया

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नई दिल्ली। एशिया डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने बुधवार को कहा कि वित्तीय साल 2023-24 (FY24) में भारत की अर्थव्यवस्था 6.7 प्रतिशत बढ़ेगी, जो सितंबर में लगाए गए अनुमान 6.3 प्रतिशत से ज्यादा है।

वित्त साल 24 की दूसरी तिमाही में, भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि उम्मीद से ज्यादा 7.6% रही, जिसके कारण बैंक को अपने अनुमान में संशोधन करना पड़ा।

बैंक ने एक रिपोर्ट में कहा, “विनिर्माण, खनन, निर्माण और यूटिलिटी सहित इंडस्ट्रियल ने दोहरे अंकों में मजबूत वृद्धि दिखाई। हालांकि पूरे वित्त साल 2024 के लिए कृषि के अनुमान से थोड़ा धीमी गति से बढ़ने का अनुमान है।

लेकिन इंडस्ट्रियल सेक्टर का उल्लेखनीय प्रदर्शन इससे कहीं ज्यादा है, जिसके परिणामस्वरूप ऊपर की ओर संशोधन होगा।” एशियाई विकास बैंक (ADB) ने वित्त साल 2025 के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को 6.7% पर बरकरार रखा है।

वित्त साल 24 में उपभोक्ता खर्च और निर्यात में धीमी वृद्धि के बावजूद सरकारी खर्च से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। एशियाई विकास बैंक (ADB) ने वित्त साल 2024 के लिए भारतीय मुद्रास्फीति 5.5% के अपने पहले के पूर्वानुमान को बरकरार रखा है।

चीन को छोड़कर विकासशील एशिया में ग्रोथ के संबंध में, वैश्विक चुनौतियों के बावजूद एडीबी रिपोर्ट आशावादी बनी हुई है। मजबूत घरेलू मांग के कारण, कैलेंडर साल 2023 में क्षेत्र के ग्रोथ अनुमान को पिछले अनुमान 4.7% से बढ़ाकर 4.9% कर दिया गया है। 2024 के लिए पूर्वानुमान 4.8% पर अपरिवर्तित है।

रिपोर्ट ने क्षेत्र के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को बढ़ा दिया है क्योंकि उसे उम्मीद है कि चीन और भारत पहले की अपेक्षा ज्यादा तेजी से ग्रोथ करेंगे। ADB ने 2023 में चीन में ग्रोथ रेट 5.2 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान लगाया है, जो सितंबर में 4.9 प्रतिशत के पिछले पूर्वानुमान से ज्यादा है।

2024 में चीन की ग्रोथ रेट धीमी होकर 4.5 प्रतिशत पर आने की उम्मीद है।विकासशील एशिया में मुद्रास्फीति पिछले साल के 4.4 प्रतिशत से घटकर इस साल 3.5 प्रतिशत तक घटने का अनुमान है, जो 2024 में थोड़ा बढ़कर 3.6 प्रतिशत हो जाएगी।

ADB ने चेतावनी दी है कि प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में उच्च ब्याज दरों से वित्तीय अस्थिरता हो सकती है और अल नीनो या यूक्रेन युद्ध के व्यवधान से मुद्रास्फीति बढ़ सकती है। जिससे खाना और ऊर्जा महंगी हो सकती है।