लाल निशान बताएगा पैक्ड फ़ूड खाने लायक है या नहीं

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नई दिल्ली।आने वाले समय में आप जो भी पैकेज्ड फूड आइटम खरीदेंगे फिर चाहे वह बिस्किट हो, सूप हो, जूस हो या फिर चिप्स… उसके डिब्बे या पैकेट पर सामने वाले हिस्से में एक विशेष प्रकार का लाल निशान लगा होगा जो यह बताएगा कि यह खाना हेल्दी है या नहीं और उसमें फैट, शुगर और नमक की मात्रा मानक से अधिक है या नहीं। FSSAI फूड सेफ्टी ऐंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए ड्राफ्ट बिल तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे कानूनी रूप दिया जाएगा।

  • हर पैकेज्ड फूड कंपनियों को अपने प्रॉडक्ट की न्यूट्रिशनल जानकारी डिब्बे के सामने वाले हिस्से में अंकित करनी होगी।
  • कंपनी को यह बताना अनिवार्य हो जाएगा कि उनके खाने में कितनी कैलरी, सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट, शुगर और सोडियम है।
  • अगर यह मानक से ज्यादा है तो उसके सामने लाल निशान देना होगा ताकि खरीदने वाले को यह देखते ही पता चले कि खाना हेल्दी है या नहीं।
  • ऐसा करने से ग्राहक को हेल्दी फूड का चयन करने में आसानी होगी।

कंपनियों को दिया गया 30 दिन का समय
FSSAI ने इस पर फूड कंपिनयों से सुझाव मांगे हैं। इसके लिए उन्हें 30 दिन का समय दिया है और फिर डब्ल्यूटीओ से भी 30 के अंदर सुझाव लिया जाएगा। फिर इस ड्राफ्ट को एक्सपर्ट कमेटी के सामने भेजा जाएगा। तीन सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के बाद इस ड्राफ्ट को नोटिफाय कर दिया जाएगा।FSSAI के ड्राफ्ट के अनुसार

  • जिस प्रकार नॉनवेज और वेज फूड प्रॉडक्ट के लिए अगल-अलग निशान होता है।
  • आने वाले समय में इसी तरह का निशान फूड प्रॉडक्ट्स पर होगा
  • लोगों को डिब्बा उठाते ही पता चल जाएगा कि कौन सी चीज मानक से ज्यादा है।

अगर शुगर लेवल ज्यादा है तो उसके सामने लाल निशान होगा। ऐसे में अगर कोई डायबीटीज का मरीज है तो वो डिब्बा देखते ही समझ जाएगा कि यह प्रॉडक्ट उनके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। इसी तरह बाकी चीजों के बारे में भी बताना होगा।

कैलरी, फैट, शुगर मानक से ज्यादा हो तो देना होगा खास निशान
अभी तक फूड कंपनियां इस तरह की जानकारी डिब्बे के पीछे वाले हिस्से में देती थीं। अभी वो केवल यह बताते हैं कि उनके फूड में कैलरी, फैट, शुगर कितना पर्सेंट है। लेकिन यह नहीं बताते हैं कि मानक से ज्यादा है या कम। अब उन्हें मानक से ज्यादा होने पर कैलरी या फैट के सामने खास प्रकार का निशान देना ही होगा।

यही नहीं अभी फूड कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट अलग-अलग जगह पर देती है, लेकिन इस ड्राफ्ट के अनुसार उन्हें अब यह दोनों जानकारी एक साथ देनी होगी। FSSAI के एक अधिकारी ने बताया कि हमारा मकसद लोगों को हेल्दी खाना चुनने का आसान तरीका देना है ताकि वे अपने शरीर और जरूरत के अनुसार ही खाना खाएं।