पैलेस ऑन व्हील्स इस वर्ष के पर्यटन सत्र की पहली यात्रा पर रवाना

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यह ट्रेन अपनी सितम्बर 2017 से अप्रैल 2018 तक प्रत्येक बुधवार को नई दिल्ली से जयपुर, सवाईमाधोपुर, चित्तौड़गढ, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, आगरा होती हुई पुनः नई दिल्ली पहुचेगी।

जयपुर। भारतीय रेल और राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आर टी डी सी ) द्वारा संचालित विश्व प्रसिद्ध शाही रेलगाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स अपने नये रूप रंग में इस वर्ष के पर्यटन सत्र की पहली यात्रा पर 30 यात्रियों को लेकर बुधवार को सायं नई दिल्ली के सफदरजंग रेल्वे स्टेशन से गंतव्य स्थानों के लिए रवाना हुई। यात्रियों में यू.एस. और यू.के. सहित अन्य देशों के पर्यटक शामिल हैं।

इस मौके पर पूर्व केंद्रीय पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी, राजस्थान पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक प्रदीप बोहरा, कार्यकारी निदेशक ललित वर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

शाही रेलगाड़ी के महाप्रबंधक प्रदीप बोहरा ने बताया कि अब तक चल रही पैलेस ऑन व्हील्स के 23 वर्ष पुरानी हो जाने के कारण इस बार रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स ट्रेन को ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ के रूप में बदल कर उसकी ब्रांड पहचान को भुनाने के लिए चलाया जा रहा है। रेल मंत्रालय ने इसकी विशेष मंजूरी दी है।

इससे पर्यटकों को कम टिकट पर बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। चूंकि इस ट्रेन में पुरानी ट्रेन के मुकाबले बड़े कोच और अधिक सुविधाएं मौजूद है। पुरानी ट्रेन में एक कूपे में चार कोच थे, जबकि इसमें तीन कोच होने से पर्यटकों को अधिक जगह वाले व आरामदायक कोच उपलब्ध होंगे।

82 यात्रियों की क्षमता से युक्त इस ट्रेन में 19 कोच है, जिसमे डीलक्स सैलून हैं। जिनके नाम राजस्थान की पूर्व रियासतों अलवर, भरतपुर, बीकानेर, बून्दी, धौेलपुर, डूंगरपुर, जैसलमेर, जयपुर, झालावाड़, जोधपुर, किशनगढ़ कोटा, सिरोही और उदयपुर के नाम पर रखे गये हैं। ट्रेन में सुइट्स भी है।

जिनके नाम झालावाड़ ‘ए’ और ‘बी’ रखे गए हैं। इसके अलावा ट्रेन में दो खूबसूरत रेस्टोरेन्ट ‘महाराजा’ और ‘महारानी’ और ‘रिशेप्सन कम बार लॉंज’ के अलावा एक ‘स्पा’ कोच भी है। प्रत्येक सैलून के साथ एक छोटे लांज की सुविधा भी है जिसमें पर्यटक अपने हमराही सैलानियों से मित्रता बढ़ाने के साथ ही पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन और विभिन्न आमोद-प्रमोद की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

प्रत्येक सेलून के साथ टॉयलेट, गर्म पानी और अन्य सुविधाओं से युक्त बाथरुम आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। सैलानियों की जरुरतों की देखरेख के लिए हर कोच में एक अटेण्डेंट’ (खिदमतगार) भी मौजूद रहता है। ट्रेन के हर सैलून को राजस्थानी अंदाज से सजाया संवारा गया है।

साथ ही इनके इंटरकाम, चैनल्स, म्यूजिक, मिनरल वाटर आदि सुविधाए भी हैं। रेस्टोरेंट में कोटिनेन्टल, चाईनीज, इन्डियन, राजस्थानी व्यंजनों के स्वाद पर्यटकों के सफर का आनन्द चौगुना करते हैं।

उन्होंने बताया कि यह ट्रेन अपनी एक सप्ताह के शाही सफर पर सितम्बर 2017 से अप्रैल 2018 तक प्रत्येक बुधवार को नई दिल्ली से जयपुर, सवाईमाधोपुर, चित्तौड़गढ,़ उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, आगरा होती हुई पुनः नई दिल्ली पहुचेगी।

किराया 500 यू एस डॉलर प्रति यात्री
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के दिल्ली में महाप्रबंधकसंजीव शर्मा ने बताया कि ट्रेन का सितम्बर व अप्रैल माह का किराया रियायती दर पर 500 यू एस डॉलर प्रति यात्री प्रति रात्रि रखा गया है, जबकि शेष माह में 650 यू एस डॉलर (भारतीय रू में 39 हजार रु ) प्रति यात्री प्रति रात्रि होगा।

डबल ओक्यूपेंसी पर यह किराया 500 यू एस डॉलर ( भारतीय रू में 30 हजार रु) प्रति यात्री प्रति रात्रि होगा। इसी प्रकार सुपर डीलक्स सेलून का किराया 1800 यू.एस.डॉलर (भारतीय रू में 1लाख 8 हजार रू) प्रति यात्री प्रति रात्रि होगा।