न माल आ रहा न बिक्री हो रही, जीएसटी उपायुक्त से मिले व्यापारी

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कोटा । कोटा व्यापार महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष क्रांति जैन और महासचिव अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में गुरूवार को सेन्ट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स विभाग  के उपायुक्त नरेश बुंदेल से मुलाकात की। व्यापारियों ने बताया कि जीएसटी लागू होने के बाद व्यापार और उद्योग जगत में अफरा-तफरी है। व्यापारियों में अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। न तो कंपनियों का माल रहा है और न  ही व्यापारी माल की बिक्री कर पा रहा है।

क्रांति जैन ने कहा कि किराना व्यापारी के साथ बहुत परेशानियां हैं। उनके पास बहुत सारा माल पड़ा है। वे कैसे बाहर से माल मंगाएं। इस पर अधिकारियों ने कहा कि उनके लिए एचएसएन कोड दिया जाएगा। कई ट्रेडों उद्योगों में भारी परेशानी रही है। इसके लिए एक हेल्प पैनल बनाया जाए। माहेश्वरी ने कहा कि अभी तक कई चीजों पर तो विभाग कुछ कह पा रहा है और न  ही कहीं से पता चल पा रहा है।

उद्यमी गोविंदराम मित्तल ने कोटा स्टोन के स्लैब और ट्रांसपोर्टेशन पर बिल बिल्टी के बारे में पूछा। स्टोन व्यापारी राजेंद्र जैन ने भी कहा कि अभी तक समझ में नहीं रहा है कि किस प्रकार बिल बनाए और उसके बिल्टी में जीएसटी को जोड़ा जाए या नहीं। कर सलाहकार बोर्ड के निदेशक अनिल काला ने भी व्यापारियों से बिलिंग और नेटवर्किंग में हो रही दिक्कतों के बारे में चर्चा की।

व्यापारियों की समस्या दूर होगी : उपायुक्त
व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल स्टेट गुड्स एंड सर्विस विभाग  के उपायुक्त एनके गुप्ता से भी मिला। महासचिव माहेश्वरी ने कहा कि व्यापारी और उद्यमी को कोई भी परेशानी हो तो वे सेल्स टैक्स और एक्साइज विभाग के अधिकारियों की हेल्प डेस्क से संपर्क कर सकता है।

महासंघ ने जीएसटी सम्बन्धी समस्याओं के लिए कर सलाहकार बोर्ड के निदेशक अनिल काला सहित 11 सदस्यों को मनोनीत किया है, जो  समस्याओं के निराकरण के लिए काम करेंगे। अधिकारी नरेश बुंदेल और एनके गुप्ता ने व्यापारियों की हर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया और हेल्प डेस्क शुरू करने की बात कही। प्रतिनिधिमंडल में राजकुमार जैन, राजेंद्र खंडेलवाल, हरविंदर सिंह, राजेश गुप्ता, कैलाशचंद जैन सहित अन्य व्यापारी व उद्यमी मौजूद थे।